विनोद शील
नई दिल्ली। हाल ही में देश में अनेक ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख में अभूतपूर्व इजाफा हुआ है। एक तरफ जहां पहलगाम में आतंकवादियों के हमले में मारे गए सैलानियों को लेकर विपक्ष हमलावर था, वहीं पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत आतंकवादियों और उसके आका पाकिस्तान को जिस ढंग से जवाब दिया; उसको आज पूरा विश्व समर्थन दे रहा है और भारतीय सेना के शौर्य की प्रशंसा भी कर रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उपलब्धियों का क्रम थमा नहीं जिनकी वजह से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को हर जगह सराहना मिल रही है। अमेरिका हो या यूरोप अथवा कोई अन्य देश; पीएम मोदी ने देश और दुनिया को दिखा दिया है कि नया भारत अपने दम पर बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकता है और इन्हें मोदी के मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है।
33 देशों की यात्रा पर सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
33 देशों की यात्रा पर निकले भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अपने उद्देश्य को हासिल करने में सफल होते दिख रहे हैं क्योंकि दुनिया को पाकिस्तानी आतंकवाद के उन पहलुओं की अब बारीकी से जानकारी मिल रही है जिससे अब तक वे अनजान थे। हाल के भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान कई देश खामोश दिखे थे लेकिन अब जब उन्हें पाकिस्तानी करतूतों और आतंकवाद से पीड़ित भारत के दर्द का अहसास हो रहा है तो वह खुलकर हमारा समर्थन कर रहे हैं। इस लिहाज से दुनियाभर में पाकिस्तान को अलग-थलग करने की यह कवायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मास्टर स्ट्रोक साबित हो रही है। खास बात यह है कि विचारों, नीतियों और सिद्धांतों के आधार पर एक दूसरे से गहरे मतभेद रखने के बावजूद देशहित के नाम पर जिस तरह सभी दलों के सांसद पूरी दुनिया में एकता के साथ भारत की बात रख रहे हैं, वह पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बनी है।
ऑपरेशन सिंदूर: 22 मिनट में लिया 22 अप्रैल का बदला
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष सैलानियों की पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों द्वारा निर्मम हत्या किया जाना अत्यंत दुखद था किंतु पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की शूरवीर सेना ने 22 मिनट में 9 बड़े आतंकवादी ठिकानों को मिट्टी में मिलाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जो बदला लिया, उसे सेनाओं के शौर्य के साथ- साथ पीएम मोदी के मास्टर स्ट्रोक के रूप में भी माना जा रहा है। भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को मिटा दिया और किसी नागरिक को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा।
भारत बना चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भीतरी और बाहरी दुश्मनों की चुनौतियों तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार के बीच मोदी सरकार की देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने की नीतियों के चलते भारत आज विश्व में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत ने अर्थव्यवस्था के मामले में जापान को भी पछाड़ दिया है। इसके पूर्व भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव हासिल किया था। अब यह माना जा रहा है कि भारत बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मुकाम को भी हासिल कर लेगा।
‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की धूम
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में ‘मेक इन इंडिया’ मुहिम की शुरुआत की गई थी। इसके तहत भारत में रक्षा के क्षेत्र में विभिन्न स्टार्टअप्स और निजी क्षेत्र ने एक साथ मिलकर अनेक स्वदेशी हथियारों का निर्माण किया। यद्यपि कई विपक्षी दलों ने इस मुहिम की आलोचना भी की किंतु बिना किसी विदेशी मदद के भारत में बने हथियारों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को 3 दिन में ही धूल चटा दी जिससे ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बने तमाम रक्षा उपकरणों ने पूरे विश्व में अपनी धाक जमा दी। तमाम देश आज की तारीख में अब इन हथियारों को भारत से खरीदने के लिए रुचि दिखा रहे हैं। इसी के साथ मोदी सरकार ने अब इस बात की घोषणा भी कर दी है कि वह अब देश में ही 5वीं पीढ़ी के एडवांस फाइटर जेट का निर्माण करेगी। निर्माण परियोजना को भी सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। अगर भारत फाइटर जेट बनाने में सफल हो जाता है तो हम अमेरिका और चीन के बाद चौथे ऐसे देश होंगे जिसके पास 5वीं पीढ़ी का स्वदेशी फाइटर जेट होगा।
दुश्मन देश के युवाओं से सीधी बात
हाल ही में पीएम मोदी गुजरात के दौरे पर थे। भुज में उन्होंने पाकिस्तान के युवाओं से ‘मन की बात’ की। ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत के किसी पीएम ने दुश्मन देश के युवाओं से सीधे कहा हो कि वे पाकिस्तान सरकार की बातों में न आएं जो आतंकवाद का समर्थन करती है। वे अपने बेहतर भविष्य के लिए सरकार पर आतंकवाद खत्म करने के लिए दबाव डालें। मोदी ने पाकिस्तान के युवाओं को यह भी समझाया कि पाकिस्तान सरकार के गलत फैसलों के कारण ही वहां के लोगों की जान खतरे में है। वास्तव में यह बिल्कुल नए प्रकार का संवाद था जिसमें किसी दुश्मन देश की जनता को किसी देश के प्रधानमंत्री ने दो टूक शब्दों में चेताया।