ब्लिट्ज ब्यूरो
बठिंडा। पंजाब से एक गुड न्यूज आई है। यहां एक गरीब परिवार की तीन बहनों ने एक साथ यूजीसी नेट की परीक्षा पास की है। इन बहनों के नाम रिम्पी कौर, बीअंत कौर और हरदीप कौर हैं। मनसा की इन बहनों ने अलग-अलग विषयों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की यह परीक्षा दी थी। पिछले सप्ताह जब रिजल्ट घोषित हुआ तो उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। तीनों बहुत की गरीब परिवार से हैं। तीनों ने बचपन से लेकर यूजीसी नेट पास करने तक कभी न कोई ट्यूशन नहीं पढ़ी और न ही कोई कोचिंग की। सिर्फ सेल्फ स्टडी से वे इस मुकाम तक पहुंची हैं।
सक्सेस स्टोरी
सबसे बड़ी बहन रिम्पी कौर हैं। रिम्पी ने कंप्यूटर साइंस में नेट पास किया है। दूसरे नंबर की बीअंत कौर ने इतिहास में और हरदीप कौर ने पंजाबी भाषा में यह परीक्षा पास की है। तीनों ने पहली बार नेट की परीक्षा दी थी।
रिम्पी ने बताया कि उसने इससे पहले जून 2024 में भी यूजीसी नेट की परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने की शिकायत के बाद वह रद कर दी गई थी। बाकी दोनों बहनें भी इस बार परीक्षा में बैठीं और तीनों ने पहली बार में ही परीक्षा पास कर ली।
बुढलाडा में की है पढ़ाई
यूजीसी नेट एग्जाम पास करने के बाद, उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। जो लोग जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए क्वालीफाई करते हैं, उन्हें रिसर्च और पीएचडी करने के लिए हर महीने पैसे भी मिलते हैं। तीनों कौर बहनें गुरु नानक कॉलेज बुढलाडा की छात्रा रह चुकी हैं।
तीनों ने किन विषयों में की पढ़ाई
28 साल की रिम्पी कौर ने मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन किया है। बीअंत कौर 26 साल की हैं। उन्होंने इतिहास में मास्टर ऑफ आर्ट्स किया औ यूजीपी नेट परीक्षा में बैठीं। हरदीप कौर 23 साल की हैं। उन्होंने पंजाबी में एमए किया है। इन तीनों बहनों का एक छोटा भाई भी है।
मां दिहाड़ी मजदूर
कौर बहनों के पिता का नाम बिक्क र सिंह है। वह एक ग्रंथी हैं। पहले वे एक गुरुद्वारे से जुड़े थे, लेकिन अब वे स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। रिम्पी, हरदीप और बीअंत की मां मंजीत कौर, एक दिहाड़ी मजदूर हैं और खेतों में काम करती हैं।































