ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। अब मुस्तफाबाद का नाम होगा कबीर धाम। इसके पहले इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या नाम दिया जा चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों लखीमपुर के मुस्तफाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बड़ा एलान किया।
उन्होंने सवाल उठाया कि यहां इस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, फिर भी सेक्युलरिज्म के नाम पर इसका नाम मुस्तफाबाद रखा गया, जो पाखंड है। उन्होंने घोषणा की कि आज से इस गांव का नाम मुस्तफाबाद नहीं, कबीर धाम आश्रम होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जन्म देने का हिस्सा है। पहले इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या बनाया गया, और अब मुस्तफाबाद कबीर धाम के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि सेक्युलरिज्म के नाम पर गलत परंपराएं थोपी गईं पर अब विकास और विरासत साथ-साथ चल रहे हैं।
योगी ने कहा कि 2014 से पहले देश अपनी पहचान खो चुका था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी ताकत का एहसास कराया। आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है जहां केवल अमेरिका, चीन और भारत ही शीर्ष पर होंगे। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी के नेतृत्व में देश को अपनी सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान मिली।
योगी ने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना से 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। रसोई गैस, शौचालय और राशन जैसी योजनाओं ने जनता का जीवन आसान बनाया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले सरकारी खजाने को लूटने और हिंदू आस्था पर प्रहार करने का मकसद था। पहले लोग कहते थे कि राम और कृष्ण का अस्तित्व ही नहीं था लेकिन अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर और काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर बनाकर सनातन संस्कृति को सम्मान दिया जा रहा है।





























