ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे हाथरस जिले में एक नया शहर बसाने की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है। यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) ने हाथरस अर्बन सेंटर के मास्टर प्लान पर काम तेज कर दिया है। नए शहर के लिए शुरुआती चरण में 2 से 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र का चयन किया गया है, जो डेयरी, कपड़ा और ब्रास उत्पादों का प्रमुख केंद्र बनेगा। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत शहर को हाईटेक और औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाएगा। यीडा ने इस योजना के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया है और आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाकर दिया है। तकनीकी बिड 6 नवंबर को खोली जाएगी, और चयनित कंपनी को आठ महीने के भीतर मास्टर प्लान तैयार करना होगा। प्राधिकरण का कहना है कि पहले शहर की भौगोलिक स्थिति का सर्वे किया जाएगा और फिर डिटेल प्लानिंग बनाई जाएगी।
6 जिलों में फैला यमुना प्राधिकरण
यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र छह जिलों तक फैला हुआ है। मथुरा में ऐतिहासिक शहर (हेरीटेज सिटी) विकसित की जा रही है, टप्पल में लॉजिस्टिक हब बनाया जा रहा है और आगरा में पर्यटन और ऐतिहासिक धरोहर को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब हाथरस में नए शहर का निर्माण लघु और मध्यम उद्योग और छोटे-छोटे कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा। जिले में लगभग 10,293 रजिस्टर्ड उद्योग हैं, जो ग्रुप के रूप में विकसित हैं। नए शहर की लोकेशन भी इसे खास बनाती है। यह एनएच 93 और यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए एसएच 33 से जुड़ा होगा और रेल जंक्शन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।




























