संजय द्विवेदी
लखनऊ। प्रदेश के नोएडा शहर को विकसित करने की मंजूरी दे दी गई है। नोएडा अथॉरिटी का मास्टर प्लान-2041 भी योगी सरकार से मंजूर हो गया है। अब न्यू नोएडा सिटी को जमीन पर उतारने की प्रक्रिया को शुरू किया जा सकेगा। नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड बैठक में इसको पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है। इसके तहत 209.11 वर्ग किलोमीटर में नए शहर का विकास होगा। नया शहर बुलंदशहर और दादरी तक बसाया जाएगा। नए शहर के 8420.92 हेक्टेयर इलाके में इंडस्ट्री लगाई जाएगी। नए शहर में 6 लाख लोगों को बसाया जाएगा। पहले फेज में 3 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
मास्टर प्लान-2041 के अनुसार नए नोएडा को विकसित करने के लिए दादरी व बुलंदशहर के 84 गांवों को इसमें शामिल किया जाएगा। नए प्लान के तहत दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) के लिए नोएडा अथॉरिटी की तरफ से बनाए गए प्लान में 19 आपत्तियां आई थीं। इनका संशोधन किया गया। न्यू नोएडा 20 हजार 911.29 हेक्टेयर (209.11 वर्ग किलोमीटर) में बसाया जाएगा। इसके लिए 84 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी जिसे नोटिफाई किया जा चुका है। न्यू नोएडा का मास्टर प्लान प्राधिकरण और एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट) ने बनाया है। नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ सतीश पाल के अनुसार न्यू नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को प्राधिकरण की 210वीं बोर्ड में रखा गया था। सितंबर 2023 में इस पर आपत्तियां मांगी गईं जिसके बाद 12 जनवरी 2024 को अप्रूवल के लिए शासन को भेजा गया था। वहां से मंजूरी मिल गई है।
चार चरणों में होगा विकसित
2023-27 तक इसके 3165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा। इसी तरह 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके बाद 2032-37 तक 5908 हेक्टेयर और अंत में 2037-41 तक 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने की योजना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण नीति क्या होगी। इसके लिए शासन स्तर पर गाइड लाइन जारी की जाएगी।
नोएडा में बसेगी छह लाख आबादी
डीएनजीआईआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रीक्रिएशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत क्षेत्र का प्रावधान किया गया है। डीएनजीआईआर को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को मिलाकर बनाया गया है। इसमें 4 गांव और जोड़ दिए गए हैं।
डीएनजीआईआर पश्चिमी यूपी का बनेगा ग्रोथ इंजन
डीएनजीआईआर वेस्ट यूपी का ग्रोथ इंजन बनेगा। 209 वर्ग किलोमीटर के नए शहर में 8420.92 हेक्टेयर में इंडस्ट्री को बसाया जाएगा। इसमें यूपी सीड को 1370.10 हेक्टेयर के अलावा इंडस्टि्रयल एरिया 6885.59 हेक्टेयर और मिक्स इंडस्ट्री 165.22 हेक्टेयर में बसाई जाएंगी।
एक हजार करोड़ से जमीन अधिग्रहण
प्राधिकरण ने 213 वीं बोर्ड मीटिंग में करीब 1 हजार करोड़ रुपए जमीन अधिग्रहण के लिए रिजर्व किए हैं। इनका पूरे वित्त वर्ष में उपयोग नहीं हो सका। ये पैसा यहां पहले फेज में जमीन अधिग्रहण के लिए रिजर्व किया गया है। अधिग्रहण आबादी नियमावली 2013 यानी आपसी सहमति के आधार पर या लैंड पूल के जरिए की जाएगी। इसके लिए शासन से गाइड लाइन जारी की जाएगी।