ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सीजफायर से पूर्व भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाते हुए पाकिस्तान में आतंकी गुटों के ठिकानों पर हमले किए। भारत ने खासतौर से पंजाब और पीओके में मिसाइलें दागी। भारतीय सेना ने अपने खास हथियारों का इस्तेमाल करते हुए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया। हमले के बाद मलबे में तब्दील हुई इमारतें और लाशों को दफनाते हुए लोगों की तस्वीरें और वीडयो सामने आए। स्थानीय लोगों ने भी हमलों के वक्त की स्थिति की जानकारी दी।
बिलाल मस्जिद: पीओके के मुजफ्फराबाद में बिलाल मस्जिद पर भारत की ओर से मिसाइल दागी गई। इस हमले में मस्जिद की इमारत गिर गई। मीडिया से बात करते हुए मुजफ्फराबाद के स्थानीय निवासी अहमद अब्बासी ने कहा, ‘अचानक धमाकों की आवाज आने लगी। एक के बाद एक हमले से पूरा इलाका थर्रा गया। मुझे लगता है कि 10 से 15 मिसाइलें यहां गिरीं। इस परिसर में एक मस्जिद और मदरसा था। दोनों की इमारतें हमले में तबाह हो गईं।’ अब्बासी ने हथियारों के टुकड़े हाथ में उठाकर हमले के सबूत भी दिखाए।
पीओके में लश्कर का कैंप
एनएआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शावाई नाला कैंप (बैत-उल-मुजाहिदीन) मुजफ्फराबाद नीलम रोड पर स्थित है। यह पाकिस्तान स्थित आतंकी लश्कर तैयबा का सबसे खास कैंप है। इस कैंप में 26/11 मुंबई हमले के हमलावर भी ट्रेनिंग ले चुके हैं। इसी कैंप को निशाना बनाते हुए भारत ने हमला किया। इस हमले के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में लाशों को दफनाया गया ।
भीषण एयर स्ट्राइक से दहला पाक
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि पहलगाम हमले के दोषियों को सजा दिलाना जरूरी था। पाकिस्तान ने उन आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, इसलिए यह ऑपरेशन किया गया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए किया गया। इसमें नौ आतंकी कैंपों को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया।
सोच समझकर चुने टारगेट
भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यह कार्रवाई 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करते हुए पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकाने नष्ट किए। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने सोच-समझकर ठिकानों को चुना और हमले किए। हमने पाकिस्तान के आम लोगों या सेना को निशाना नहीं बनाया।