ब्लिट्ज ब्यूरो
चेन्नई। सोनी बिष्ट की शादी के बस एक महीने बाद ही उनके पति सिपाही नीरज सिंह भंडारी का एक दुर्घटना में निधन हो गया। इस गम में डूबने के बजाय, सोनी ने अपने पति के सपने को पूरा करने का फैसला किया। उन्होंने भारतीय सेना की वर्दी पहनने का निश्चय किया। चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) में सोनी पासिंग आउट परेड में शामिल हुईं। वो एक विधवा के रूप में नहीं, बल्कि एक योद्धा के रूप में, देश की सेवा के लिए तैयार थीं।
सोनी बिष्ट ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स बटालियन के रिटायर्ड सूबेदार कुंदन सिंह की बेटी हैं। 6 जनवरी, 2023 को 18 कुमाऊं रेजिमेंट के नीरज से शादी के एक महीने बाद ही उनकी दुनिया उजड़ गई थी। सोनी ने गर्व से कहा, ‘जब मुझे कुमाऊं रेजिमेंट के अधिकारियों से वीर नारी एंट्री के बारे में पता चला, तो मेरे पिता ने मुझे यह रास्ता चुनने के लिए प्रोत्साहित किया। यह एक कठिन यात्रा थी, लेकिन मैंने हर चुनौती पर विजय प्राप्त की।’ सोनी अब आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स में शामिल हो गईं हैं।
24 महिला ऑफिसर हुईं शामिल
सोनी उन 133 पुरुष ऑफिसर कैडेट्स और 24 महिला ऑफिसर कैडेट्स में शामिल थीं, जिन्हें भारतीय सेना की विभिन्न शाखाओं में कमीशन दिया गया। इसके अलावा, पांच मित्र देशों के पांच पुरुष विदेशी ऑफिसर कैडेट्स और सात महिला विदेशी ऑफिसर कैडेट्स ने भी अपना प्रशिक्षण पूरा किया। इससे अंतर्राष्ट्रीय सैन्य संबंध और मजबूत हुए हैं। चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन पी मैथ्यू ने परेड की सलामी की। उन्होंने मान्या एम कुमार को प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया। प्रगति ठाकुर को ओटीए गोल्ड मेडल, मान्या एम कुमार को सिल्वर मेडल और सुरजीत यादव को ब्रॉन्ज मेडल मिला। अपने संबोधन में उन्होंने युवा अधिकारियों से निस्वार्थ सेवा और उत्कृष्टता बनाए रखने का आग्रह किया। परेड का समापन पिपिंग समारोह के साथ हुआ। अपनी नई रैंक के साथ, युवा अधिकारियों ने देश की सेवा करने, ईमानदारी और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता की शपथ ली।































