ब्लिट्ज ब्यूरो
ब्रासीलिया। बीते महीने दुबई में एयर शो के दौरान भारत का लड़ाकू विमान तेजस हादसे का शिकार हो गया था। हादसे के बाद कई एक्सपर्ट ने दावा किया कि इससे भारत को इस जेट के लिए विदेशी खरीदार तलाशने में मुश्किल होगी। हालांकि विदेशी एक्सपर्ट का भरोसा तेजस पर बना हुआ है। उनका मानना है कि भविष्य में ये विमान अपना दबदबा बनाएगा।
आईपीआर डब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राजील की एक्सपर्ट ने तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बावजूद इसके विकास में निवेश जारी रखने की वकालत की है।
उनका मानना है कि तेजस भविष्य के लड़ाकू विमानों के साथ अच्छी तरह से तालमेल बिठा सकता है। ऐसे में इसके विकास पर जिस गति से काम हो रही है, उसे बनाए रखा जाना चाहिए।
क्या बोलीं एक्सपर्ट
यूरोप और यूरेशिया की विशेषज्ञ पैट्रिशिया मारिंस का कहना है कि तेजस एक ऐसा विमान है, जिसे रडार पर पकड़ना मुश्किल है। यह भारतीय वायु सेना के सुखोई एसयू-30 एमकेआई जैसे विमानों का अच्छा साथी है। यह भविष्य में रूस के एसयू-57 जैसे पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के साथ आसानी से काम कर सकेगा।
मारिंस ने आगे कहा, ‘हवाई लड़ाई में जीत मिसाइलों की लंबी दूरी और सटीकता पर निर्भर है। साथ ही विमान के रडार की शक्ति और स्कैनिंग की गति बहुत मायने रखती है। इसे देखते हुए रूस भी एक छोटा एसयू-57 बना रहा है। यूरोप के डसॉल्ट राफेल और साब ग्रिपन जैसे विमानों में भी ये चलन दिखता है।’
तेजस की खासियत
मारिंस ने जोर देकर कहा कि रडार पर कम दिखाई देना विमान की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। तेजस अपने डेल्टा-विंग डिजाइन और कंपोजिट मैटीरियल की वजह से रडार पर कम दिखता है। साथ ही यह रडार गैलियम नाइट्राइड (जीएएन) मॉड्यूल से लैस होगा, जो इसकी ताकत बढ़ाएगा।
मारिंस का मानना है कि यह रडार तेजस की क्षमता को बहुत बढ़ा देगा। इससे विमान दूर तक देख पाएगा। साथ ही जैमिंग (रडार जाम करना) का सामना कर सकेगा और उसका प्रदर्शन बेहतर हो जाएगा। इस रडार के लगने से तेजस को निर्यात के लिए दुनियामें और बेहतर अवसर मिलेंगे।
भारत का स्वदेशी विमान
तेजस एमके-1 भारत का स्वदेशी मल्टीरोल फाइटर जेट है। इसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) ने विकसित किया है और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) इसका निर्माण करती है। भारतीय वायु सेना वर्तमान में दो स्क्वाड्रन में 40 तेजस एमके-1 विमानों का संचालन कर रही है।





























