ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। हाल ही में विमानों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला बढ़ गया है। घरेलू हो अथवा बाहरी उड़ान; विमानों को बम से उड़ाने की धमकी का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। देश की विमानन कंपनियों को मंगलवार 22 अक्टूबर को बीते 24 घंटों में 80 घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बम की फर्जी धमकी मिली। सोमवार रात तक 30 और मंगलवार को 50 उड़ानों को धमकियां मिलीं। इसके चलते जेद्दा जा रही इंडिगो की तीन उड़ानों को सऊदी अरब व कतर में उतारना पड़ा। बीते दस दिनों में 170 से अधिक उड़ानों में बम की धमकी मिल चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, एअर इंडिया व इंडिगो की 23-23, विस्तारा की 21 और अकासा की 12 से अधिक उड़ानों को धमकी मिली। इंडिगो प्रवक्ता ने बताया, बेंगलूरू से जेद्दा उड़ान को कतर की राजधानी दोहा, कोझिकोड से जेद्दा उड़ान को सऊदी अरब के रियाद और दिल्ली से जेद्दा उड़ान को मदीना की ओर मोड़ दिया गया। प्रवक्ता ने कहा कि जिन अन्य उड़ानों में धमकी मिली, उनमें दिल्ली से दम्मम, इस्तांबुल से मुंबई, इस्तांबुल से दिल्ली, मंगलूरू से मुंबई, अहमदाबाद से जेद्दा, हैदराबाद से जेद्दा, लखनऊ से पुणे की उड़ान शामिल हैं। विमानन कंपनियों ने कहा, सुरक्षा एजेंसियों की ओर से तय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार विमानन कंपनियों को 600 करोड़ से अधिक का घाटा हो चुका है।
– अफवाहों ने सिस्टम और यात्रियों का बढ़ाया सिरदर्द
– डीजीसीए प्रमुख विक्रम देव दत्त हटाए गए
दिल्ली पुलिस ने फर्जी धमकी में दर्ज कीं आठ एफआईआर
दिल्ली पुलिस ने 90 से अधिक उड़ानों में बम की धमकी मामले में आठ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर तीन अकाउंट @adamlanza111, @psychotichuman और @schizobomer777 से धमकी वाले संदेश पोस्ट किए गए थे। दिल्ली पुलिस का साइबर सेल एक्स व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रहा है। इसके पूर्व 20 अक्टूबर को 24 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। सूत्रों ने बताया कि 20 से अधिक विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। शुक्र है कि अभी तक किसी विमान में धमाका तो नहीं हुआ है पर ये धमकियां अवश्य आर्थिक रूप से विमानन क्षेत्र को हानि पहुंचा रही हैं। इन घटनाओं के बीच केंद्र सरकार ने डीजीसीए प्रमुख विक्रम देव दत्त को उनके पद से हटा दिया गया है। पिछले कुछ दिनों में विमान में बम की अफवाहों ने सिस्टम और यात्रियों का सिरदर्द बढ़ा दिया है।
बताया जा रहा है कि इंडियन एयरलाइंस को ही अब तक करोड़ों रुपए का चूना लग चुका है। अपने तय डेस्टिनेशन तक यात्रा करने में विमान का खर्च तय होता है लेकिन इसमें किसी तरह का बदलाव होने पर इसमें इजाफा होने लगता है। यह रकम विमान के ईंन्धन, बिना शेड्यूल लैंडिंग, एयरपोर्ट के पार्किंग शुल्क और सुरक्षा उपायों पर खर्च हो जाती है।
अब 14 अक्टूबर का ही उदाहरण लेते हैं। इस दिन एयर इंडिया का बोइंग 777 मुंबई से न्यूयॉर्क के जेकेएफ एयरपोर्ट जा रहा था। टेकऑफ के कुछ ही देर बाद इसे बम से उड़ाने की धमकी मिली। नतीजा, 200 पैसेंजर्स और 130 टन जेट फ्यूल से लदे विमान को दिल्ली डायवर्ट करना पड़ा। इस दौरान सुरक्षित लैंडिंग के प्रयास में विमान को करीब 100 टन जेट फ्यूल जलाना पड़ा। एक रिपोर्ट के अनुसार इस प्रक्रिया में ही एयरलाइन को करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक ईंन्धन नष्ट होना तो एक बात है। बिना शेड्यूल के लैंड होने की फीस, यात्रियों के ठहरने का इंतजाम, विमान का पार्किंग शुल्क और क्रू रिप्लेसमेंट इस खर्च को तीन करोड़ तक पहुंचा देता है।
इसी तरह का मामला 15 अक्टूबर को भी देखने को मिला था। तब एयर इंडिया का बोइंग 777 दिल्ली से शिकागो जा रहा था। अचानक बम की धमकी मिली और विमान को कनाडा में लैंड कराना पड़ा। इस विमान पर 200 से ज्यादा यात्री सवार थे। शिकागो पहुंचने से पहले तक विमान यहां पर तीन दिन से ज्यादा रुका। एयरलाइन को कनाडा एयरफोर्स का विमान किराए पर लेना पड़ा और इससे यात्रियों को उनकी डेस्टिनेशन तक पहुंचाया गया। इस चीज ने एयरलाइन के लिए खर्च को और ज्यादा बढ़ा दिया। जानकारी के मुताबिक बोइंग 777 के एक दिन की रेंटल कॉस्ट 17 से लेकर 20 हजार डॉलर होती है। ऐसे में इस आपात लैंडिंग के बाद एयरलाइन के ऊपर 15 से 20 करोड़ का अतिरिक्त भार आया होगा।
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
बम की धमकी जारी रहने के कारण गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ, एनआईए और आईबी से उड्डयन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन सुरक्षा विभाग को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को भी कहा है। विमानों के अलावा बेलगाम हवाईअड्डे को भी बम विस्फोट से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल मिलने के बाद बेलगाम हवाईअड्डे पर युद्धस्तर पर जांच की गयी थी।
सुरक्षा तंत्र द्वारा हवाई अड्डे के कोने-कोने की गहन जांच के बावजूद कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिलने से हवाई अड्डा प्रशासन और सुरक्षा तंत्र ने राहत की सांस ली थी।
टिशू पेपर पर हवाई जहाज को बम से उड़ाने की धमकी
शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे उदयपुर से मुंबई की फ्लाइट (यूके 624) में एक टिशू पेपर पर लिखा था, ‘जहाज में बम है। 13:48 बजे को फटेगा, बचा लो, जिससे सनसनी मच गई थी। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों को विमान में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इस संबंध में सहार थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
सरकार क्या कर रही है
बम की झूठी धमकियों से सरकार भी तंग आ चुकी है। इसको देखते हुए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने संकेत दिया है कि मंत्रालय अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए नागरिक उड्डयन नियमों में संशोधन पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे मामलों को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। हम इस मामले में एक्शन लेंगे। नायडू ने कहा कि मंत्रालय इस तरह के खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमों की समीक्षा कर रहा है। इसके अलावा मंत्रालय बम की धमकी के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को नो-फ्लाई सूची में रखने पर भी विचार कर रहा है। अगर जरूरी हुआ तो इसको लेकर विधायी संशोधन भी किए जाएंगे। वर्तमान में, होक्स बम धमकी की घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई पुलिस द्वारा आपराधिक कानूनों के तहत की जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारियों ने धमकी देने वाले दस सोशल मीडिया हैंडल्स को ब्लॉक कर दिया है।
विमानों को धमकियों का सवाल संसदीय कमेटी के सामने भी
विमानों को लगातार मिल रही धमकियों का सवाल संसदीय कमेटी के सामने भी उठाया गया है। नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमांग वुलनाम ने जद (यू) सांसद संजय झा की अध्यक्षता वाली परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर स्थायी समिति की बैठक में सुझाव दिया कि जांचकर्ताओं ने कुछ जानकारी एकत्र की है और कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस तरह के फर्जी संदेशों के कुछ अन्य मामलों पर भी काम कर रहे हैं। सूत्रों ने हालांकि कहा कि मामले में चल रही जांच के कारण सूचना की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए उन्होंने अधिक जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया।