ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। फेस्टिव सीजन में डिजिटल पेमेंट का नया रिकॉर्ड बन गया। अक्टूबर में यूपीआई पर रिकॉर्ड 20.7 बिलियन यानी 2,070 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जिनकी वैल्यू 27.28 लाख करोड़ रुपए रही।
ये आंकड़े पिछले महीने सितंबर के मुकाबले 5% ज्यादा वॉल्यूम और 10% ज्यादा वैल्यू को दिखाते हैं। एनपीसीआई के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, अक्टूबर में हर दिन एवरेज 66.8 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जो वैल्यू के लिहाज से 88,000 करोड़ रुपए के करीब रहे।
क्यों बढ़ी ट्रांजेक्शन की संख्या
फेस्टिव सीजन ने खरीदारी को बढ़ावा दिया, जिससे यूपीआई का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया। दिवाली, दशहरा जैसे त्योहारों में छोटे-मोटे खर्च से लेकर बड़े बिजनेस पेमेंट तक सब यूपीआई से ही हुए। एनपीसीआई के मुताबिक, जीएसटी 2.0 की राहतों ने भी बिजनेस एक्टिविटी को सपोर्ट किया। लोकल मर्चेंट्स और कंज्यूमर्स दोनों के लिए यूपीआई सुविधाजनक साबित हुआ। पिछले साल के अक्टूबर से तुलना करें तो वॉल्यूम 14% कम है, लेकिन वैल्यू में 2% की बढ़ोतरी हुई।
16% वैल्यू में उछाल
अक्टूबर 2024 से तुलना करें तो यूपीआई का वॉल्यूम 25% और वैल्यू 16% बढ़ी है। अगस्त 2025 में वॉल्यूम 20 बिलियन के करीब था, जो अब पार हो गया।
ये ग्रोथ दिखाती है कि भारत में डिजिटल इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है। छोटे शहरों और गांवों में भी यूपीआई का चलन बढ़ा है, जहां लोकल रिटेलर्स और असिस्टेड डिजिटल नेटवर्क नए यूजर्स को कनेक्ट कर रहे हैं।
एक्सपर्ट की राय: यूपीआई ने
बदला पेमेंट का चेहरा
पेमेंट इंडस्ट्री के एक्सपर्ट आनंद कुमार बजाज, पेनेर्बी के फाउंडर और सीईओ ने कहा, ‘इस त्योहार सीजन में यूपीआई ने सुविधा और कॉमर्स को नई गति दी है। छोटी खरीद से लेकर बड़ी बिजनेस पेमेंट तक, ये कंज्यूमर्स और लोकल मर्चेंट्स दोनों को सपोर्ट कर रहा है।
भारत अब इस मोमेंटम को ड्राइव कर रहा है, जहां लोकल रिटेलर्स और असिस्टेड नेटवर्क नए यूजर्स को कॉन्फिडेंटली ट्रांजेक्ट करने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि ट्रांजेक्शन वॉल्यूम में 25% और वैल्यू में 16% की स्टेडी ग्रोथ दिखाती है कि यूपीआई कम्युनिटीज में आसान और सिक्योर पेमेंट्स को इनेबल कर रहा है।
यूपीआई के अलावा आईएमपीएस पर अक्टूबर में 40.4 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जो सितंबर के 39.4 करोड़ से 3% ज्यादा है। इसकी वैल्यू 6.42 लाख करोड़ रही, जो 8% की ग्रोथ है।
फास्टैग ट्रांजेक्शन 36.1 करोड़ पर पहुंचे, जिसकी वैल्यू 6,686 करोड़ रही। वहीं एईपीएस पर 11.2 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जिसकी वैल्यू 30,509 करोड़ रही।




























