ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में यमुना सफाई का काम शुरू हो गया है। मशीनों को इसके लिए उतार दिया गया है। राजनिवास की ओर से इस बाबत सोशल मीडिया मंच एक्स पर फोटो के साथ जानकारी साझा की गई है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बीते दिन मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव के साथ बैठक कर सफाई कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। अभियान चार स्तरीय रणनीति के तहत होगा। इसके पहले चरण में यमुना में मौजूद कचरा, गाद और अन्य ठोस अपशिष्ट हटाया जाएगा। योजना के दूसरे चरण में नजफगढ़ ड्रेन, सप्लीमेंट्री ड्रेन और अन्य प्रमुख नालों की सफाई भी साथ-साथ की जाएगी।
तीसरे चरण में मौजूदा एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की क्षमता और आउटपुट की रोजाना निगरानी होगी। चौथे चरण में 400 एमजीडी सीवेज को ट्रीट करने के लिए नए एसटीपी/डीएसटीपी के निर्माण की समयबद्ध योजना लागू की जाएगी। तीन साल में यमुना को पूरी तरह साफ करने का लक्ष्य रखा गया है।
एनजीटी ने उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया था
यमुना की सफाई के मुद्दे पर जनवरी 2023 में राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने यमुना पुनर्जीवन के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई थी, जिसने पांच महीने तक सफाई कार्यों की कड़ी निगरानी की।
यहां चल रहा कार्य
• ट्रैश स्किमर मशीन वासुदेव घाट पर सफाई कर रही है •वीड हार्वेस्टर सिग्नेचर ब्रिज और आईटीओ के पास सफाई कर रहा ।
हर हफ्ते मॉनिटरिंग होगी
सफाई कार्यों की साप्ताहिक आधार पर उच्चतम स्तर पर निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को निर्देश दिए गए हैं कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा नालों में अवैध रूप से छोड़े जा रहे अपशिष्ट जल पर कड़ी नजर रखी जाए।