ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। यूनेस्को ने अपने मेमोरी ऑफ वर्ल्ड रजिस्टर में श्रीमद्भगवद्गीता और नाट्य शास्त्र को भी शामिल किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसको लेकर देशवासियों को बधाई दी है।
मेमोरी ऑफ वर्ल्ड रजिस्टर में दुनिया के लिए उपयोगी और वैश्विक स्तर के दस्तावेजों को शामिल किया जाता है। इंटरनेशनल एडवाइजरी कमेटी की सिफारिश के बाद इसमें किसी दस्तावेज को जगह दी जाती है। इससे किसी दस्तावेज की अहमियत का पता चलता है और इसकी सुरक्षा के लिए भी काम किया जाता है। मई 2023 तक 494 अभिलेखों को इसमें शामिल किया गया था। बता दें कि भरत मुनि के नाट्यशास्त्र में संगीत की विधाओं के साथ ही साहित्य की कई विधाओं को सूक्ष्मता से दर्शाया गया है। इसमें गायन, नृत्य, कविता, नाटक और सौंदर्यशास्त्र की अन्य विधाएं शामिल हैं। कहा जाता है कि भरत मुनि के नाट्यशास्त्र से ही आधुनिक समय में कई वाद्ययंत्रों की जानकारी मिली है।
वहीं श्रीमद्भगवद्गीता सनातन धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है। भरत मुनि के नाट्यशास्त्र में संगीत की विधाओं के साथ ही साहित्य की कई विधाओं को सूक्ष्मता से दर्शाया गया है। इसमें गायन, नृत्य, कविता, नाटक और सौंदर्यशास्त्र की अन्य विधाएं शामिल हैं। कहा जाता है कि भरत मुनि के नाट्यशास्त्र से ही आधुनिक समय में कई वाद्ययंत्रों की जानकारी मिली है। वहीं श्रीमद्भगवद्गीता सनातन धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है।