ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने वैवाहिक विवाद में उलझे एक दंपति को फटकार लगाते हुए कहा कि वे महाराजा की तरह व्यवहार न करें, क्योंकि देश में 75 साल से अधिक समय से लोकतंत्र कायम है। शीर्ष अदालत की यह टिप्पणी वधू पक्ष पर लक्षित थी, जो कथित तौर पर शाही वंश से ताल्लुक रखता है।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने दंपति के वकीलों से अपने मुवक्कि लों से बात करने और अदालत को उनकी मंशा से अवगत कराने का निर्देश दिया।
पीठ ने कहा, इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं कि मध्यस्थता की कोशिश नाकाम हो गई है? राजा-महाराजा की तरह व्यवहार न करें। लोकतंत्र की स्थापना को 75 साल बीत चुके हैं। पीठ ने चेतावनी दी कि अगर मध्यस्थता के माध्यम से कोई समाधान नहीं निकला, तो वह तीन दिनों के भीतर कठोर आदेश पारित करने से नहीं हिचकिचाएगी।