ब्लिट्ज ब्यूरो
कीव। यूक्रेन ने महज 50 लाख रुपए के ड्रोन्स से रूस के 60 हजार करोड़ के स्ट्रैटजिक एयरक्राफ्ट खाक करने का दावा किया है। ये ड्रोन अटैक रूस के 5 एयरबेस पर हुए हैं, इनमें से एक तो रूस में 6 हजार किमी भीतर स्थित है। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि वो इस ऑपरेशन की तैयारी दिसंबर 2023 से कर रहे थे। यूक्रेन ने इस मिशन का नाम ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’ दिया।
रक्षा क्षेत्र में सवाल उठ रहा है कि यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे घातक ड्रोन अटैक कैसे किया? प्राप्त जानकारी के मुताबिक 1 जून की सुबह रूस के 5 अलग-अलग एयरबेस के नजदीक कुछ कंटेनरनुमा ट्रक आकर रुके। धीरे से इन कंटेनर्स की छत खुली और मधुमक्खियों की तरह एक-एक करके इनमें से ड्रोन निकलने लगे। ये एफपीवी (फर्स्ट-पर्सन-व्यू) ड्रोन्स थे। इन 117 ड्रोन्स ने रूसी एयरबेस में खड़े ए-50, टीयू-95 और टीयू-22 जैसे स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स को निशाना बनाया। तेज धमाके हुए, आग लगी और काले धुएं के गुबार उठने लगे। आधुनिक जंग में इसे अब तक का सबसे बड़ा और कॉम्प्लेक्स ड्रोन अटैक माना जा रहा है। कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
यूक्रेन के ड्रोन जिस ट्रक से लॉन्च हुए थे, थोड़ी देर बाद ट्रक में आग लग गई। यूक्रेन की एसबीयू सिक्योरिटी सर्विस के एक सूत्र के मुताबिक, इन हमलों में रूस के 5 एयरबेस पर मौजूद 41 एयरक्राफ्ट्स को निशाना गया। इसमें टीयू-95 और टीयू-22 स्ट्रैटजिक बॉम्बर एयरक्राफ्ट, ए-50 रडार डिटेक्शन एंड कमांड एयरक्राफ्ट शामिल हैं।