ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिल्ली और पटना सहित देश के 9 हाईकोर्ट के जज के रूप में न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर. गवई की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने अपनी बैठक में दिल्ली हाईकोर्ट में तीन न्यायिक अधिकारियों और पटना हाईकोर्ट के दो अधिवक्ताओं को जज के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अलावा कॉलेजियम ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज के रूप में 10 न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
जिन न्यायिक अधिकारियों के नाम पर मुहर लगी है उनमें वीरेंद्र अग्रवाल, मंदीप पन्नू, प्रमोद गोयल, शालिनी सिंह नागपाल, अमरिंदर सिंह ग्रेवाल, सुभाष मेहला, सूर्य प्रताप सिंह, रूपिंदरजीत चहल, आराधना साहनी, यशवीर सिंह राठौर हैं। तेलंगाना हाईकोर्ट के जज के रूप में चार अधिवक्ताओं के नामों को भी मंजूरी दी गई है।
इनमें गौसे मीरा मोहिउद्दीन, चलपति राव सुड्डाला, वक्ति रामकृष्ण रेड्डी और गादी प्रवीण कुमार शामिल हैं। आपको बता दें कि कॉलेजियम में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और विक्रम नाथ भी शामिल हैं। उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट के जज के रूप में एक न्यायिक अधिकारी और एक अधिवक्ता के नामों को मंजूरी दी है।
बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने अपनी बैठक में अधिवक्ता तुहिन कुमार गेडेला को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। एक अन्य निर्णय में कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति बिस्वदीप भट्टाचार्जी, अतिरिक्त जज को मेघालय हाईकोर्ट के स्थायी जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की। इसके अलावा दो न्यायिक अधिकारियों प्रांजल दास और संजीव कुमार शर्मा और दो अधिवक्ताओं, अंजन मोनी कलिता और राजेश मजूमदार को गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने एक अन्य बैठक में पांच अधिवक्ताओं को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। ये अधिवक्ता पुष्पेंद्र यादव, आनंद सिंह बहरावत, अजय कुमार निरंकारी, जय कुमार पिल्लई और हिमांशु जोशी हैं।































