विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पहले भारत सबसे समान दूरी की नीति पर चला था। अब भारत सबसे समान नजदीकी की नीति पर चल रहा है। आज नया भारत, ग्लोबल साउथ की बुलंद आवाज बन रहा है। भारत की पहल पर जी20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कुछ कहता है, तो दुनिया सुनती है। कुछ समय पहले जब मैंने कहा- आज का युग, युद्ध का युग नहीं; तो उसकी गंभीरता सबने समझी। आज का भारत अवसरों का इंतजार नहीं करता बल्कि अवसर पैदा करता है। इस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की धरती से दुनिया को इस बार नए भारत के इरादे भी बताए और देश में लोकतंत्र का स्केल क्या है; यह भी समझाया।
प्रधानमंत्री बोले कि अभी तक दुनिया ने भारत के डिजाइनर्स का दम देखा है, अब दुनिया ‘डिजाइन इन इंडिया’ का जलवा भी देखेगी। उन्होंने दुनिया में भारत की बढ़ती ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि अब भारत पीछे नहीं चलता है। अब भारत नेतृत्व करता है। भारत अब रुकने वाला नहीं है। भारत चाहता है कि दुनिया में ज्यादा से ज्यादा डिवाइस ‘मेड इन इंडिया’ चिप पर चलें। हम विकसित भारत की उड़ान को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे और ये मोदी की गारंटी है। दुनिया की 17 पर्सेंट आबादी होने के बावजूद ग्लोबल कार्बन एमिशन में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 4 पर्सेंट है। दुनिया को बर्बाद करने में हमारा कोई रोल नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में तीन दिनों (21-23 सितंबर) की यात्रा पर अमेरिका में थे। वहां पहले दिन पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बिलमिंगटन में उनके आवास पर हुई और देशहित में महत्वपूर्ण समझौते भी हुए। पीएम मोदी ने क्वाड की बैठक में भी जोरदार भाषण दिया।
– भारत की प्राथमिकता दुनिया में अपना दबाव बढ़ाने की नहीं
– अब अपना नमस्ते भी लोकल से ग्लोबल हो गया है
सरे दिन मोदी ने लॉन्ग आइलैंड स्थित नसाउ वेटरन्स मेमोरियल कोलेजियम में प्रवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी के इस मेगा इवेंट को लेकर भव्य तैयारियां की गई थीं। इस कार्यक्रम में करीब 14,000 लोगों ने शिरकत की जिसका नाम ‘मोदी एंड यूएस: प्रोग्रेस टुगेदर’ दिया गया था आयोजकों के अनुसार यह कार्यक्रम भारत और अमेरिका के करीबी संबंधों, अमेरिकी-भारतीय समुदाय के गर्मजोशी भरे रिश्ते का प्रतीक बना। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने बोस्टन और लॉस एंजिलिस में दो नए काउंसलेट खोलने का निर्णय भी लिया है। पीएम ने कहा कि बीते 10 साल में भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है। हर दिन दो नए कॉलेज बने हैं। हर दिन एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है। 10 साल में आईआईटी की संख्या 9 से बढ़कर 25 हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने प्रवासियों के माध्यम से दुनिया को संदेश देते हुए कहा कि भारत की प्राथमिकता दुनिया में अपना दबाव बढ़ाने की नहीं, अपना प्रभाव बढ़ाने की है। हम आग की तरह जलाने वाले नहीं, हम सूरज की किरण की तरह रोशनी देने वाले लोग हैं। भारत-अमेरिका डेमोक्रेसी के जश्न में एक साथ हैं। अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं और भारत में चुनाव हो चुके हैं। एक तरफ दुनिया के कई देशों के बीच तनाव है, दूसरी तरफ कई देशों में डेमोक्रेसी का जश्न चल रहा है। अमेरिका की कुल आबादी से भी करीब दोगुने, पूरे यूरोप की कुल आबादी से ज्यादा वोटर, इतने सारे लोगों ने भारत में अपना वोट डाला है। भारत की डेमोक्रेसी का स्केल देखकर गर्व होता है। तीसरी बार हमारी सरकार की वापसी हुई है। ऐसा पिछले 60 सालों में भारत में नहीं हुआ था। तीसरे टर्म में हमें बहुत बड़े लक्ष्य साधने हैं। हमें तीन गुना ताकत और तीन गुना गति के साथ आगे बढ़ना है। मैं तीन गुना दायित्व के साथ आगे बढ़ रहा हूं। यह दौर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का है। हम ‘पुष्प’ की पांच पंखुड़ियों को मिलाकर विकसित भारत बनाएंगे। फिर पीएम मोदी ने इसका मतलब भी समझाया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसका जन्म आजादी के बाद हुआ है। हम देश के लिए मर नहीं पाए, लेकिन हम देश के लिए जरूर जी सकते हैं। पहले दिन से मेरा मन और मिशन क्लियर है। मैं स्वराज के लिए जीवन नहीं दे पाया, लेकिन सुराज और समृद्ध भारत के लिए जीवन समर्पित करूंगा। समंदर के किनारे से लेकर पहाड़ों तक और रेगिस्तान से लेकर बर्फीली चोटियों तक मैंने अपने देश के जीवन और चुनौतियों का फर्स्ट हैंड एक्सपीरियंस लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने अपनी दिशा कुछ और तय की थी, लेकिन नियति ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया। एक दशक में भारत 10वें नंबर से पांचवें नंबर की इकॉनमी बना। अब हर भारतीय चाहता है कि भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने। आज भारत के लोगों में एक संकल्प है, मंजिल तक पहुंचने का इरादा है। जल्द ही आप भारत में भी ओलंपिक्स के साक्षी बनेंगे। हम 2036 के ओलंपिक की मेजबानी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं हमेशा से आपके सामर्थ्य को, भारतीय डायस्पोरा के सामर्थ्य को समझता रहा हूं। आप मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसेडर रहे हैं। इसलिए मैं आप सबको राष्ट्रदूत कहता हूं।
प्रवासी भारतीयों से पीएम मोदी ने कहा कि हमारा नमस्ते भी अब ग्लोबल हो गया है। हम दूसरों का भला करके, त्याग करके सुख पाते हैं, हम किसी भी देश में रहें, यह भावना नहीं बदलती। हम जिस सोसाइटी में रहते हैं वहां ज्यादा से ज्यादा योगदान करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका ये प्यार मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है। मुझे वो दिन याद आते हैं जब मैं पीएम भी नहीं था, सीएम भी नहीं था और नेता भी नहीं था। उस समय जिज्ञासु के तौर पर मैं यहां आया करता था। जब मैं किसी पद पर नहीं था, उससे पहले भी मैं अमेरिका के करीब 29 स्टेट्स में दौरा कर चुका था।
25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले
पीएम ने कहा कि भारत में एक दशक में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। यह इसलिए हुआ, क्योंकि हमने पुरानी सोच बदली, हमने गरीब को ताकतवर बनाने पर जोर दिया। खेती-किसानी में भरपूर मात्रा में ड्रोन का उपयोग आज भारत में नजर आता है। भारत का 5जी मार्केट अमेरिका से भी बड़ा हो गया है। अब भारत मेड इन इंडिया 6जी पर काम कर रहा है। बीते दस सालों में करोड़ों लोगों को भारत में बिजली कनेक्शन मिला, करोड़ों शौचालय बने हैं। भारत के लोगों को सिर्फ रेल कनेक्टिविटी नहीं, हाई स्पीड कनेक्टिविटी चाहिए, भारत के हर शहर की अपेक्षा है कि उसके यहां मेट्रो चले, देश का हर नागरिक और गांव-शहर चाहता है कि उसके यहां बेस्ट सुविधा हो।
2014 में भारत के सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी, आज 23 शहरों में मेट्रो है, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क भारत में है। 2014 में भारत के 70 शहरों में एयरपोर्ट थे और आज 140 से ज्यादा शहरों में एयरपोर्ट हैं, 2014 में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी थी, आज 2 लाख से ज्यादा पंचायतों में ये सुविधा है।
पुष्प (PUSHP) का मतलब
P फॉर प्रोग्रेसिव भारत
U फॉर अनस्टॉपेबल भारत
S फॉर स्पिरिचुअल भारत
H फॉर ह्यूमैनिटी फर्स्ट को समर्पित भारत
P फॉर प्रॉस्परस भारत