ग्रेटर नोएडा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि यह सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग है और भारत सेमीकंडक्टर पावरहाउस हब बनने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार देश में चिप उत्पादन की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि दुनिया की हर डिवाइस में भारत निर्मित चिप्स हो। पीएम मोदी ने बुधवार (11 सितंबर) को यह विचार उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित एक्स्पो मार्ट में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया-2024 का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। सेमीकॉन इंडिया-2024 ‘शेपिंग द सेमीकंडक्टर फ्यूचर’ थीम पर आधारित है।
आज हमारा मंत्र है : दुनिया की हर डिवाइस में हो भारतीय चिप
यमुना अथॉरिटी ने क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा सेमीकंडक्टर पार्क विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए जमीन की भी व्यवस्था की गई है। अब तक तीन कंपनियों ने सेमीकंडक्टर पार्क में अपनी इकाई लगाने का प्रस्ताव दिया है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में भाग लेकर यूपी को सेमीकंडक्टर निर्माण का हब बनाने की मुहिम को आगे बढ़ाया है। इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार की इस दिशा में निर्धारित नीति का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में कई देशों से सहयोग बढ़ा रहा है और देश में भी इस पर काम चल रहा है। पीएम बोले कि सेमीकंडक्टर मिशन पर आज कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। उन्हें डिजिटल इंडिया मिशन के बारे में पढ़ना चाहिए।
सेमीकॉन इंडिया का विजन 360 डिग्री
सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन में वृद्धि को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान भारत में निर्मित चिप्स की संख्या बढ़ाने पर है। सेमीकॉन इंडिया एक ऐसी पहल है, जिसका 360 डिग्री विजन है। यह भारत में चिप्स के समग्र उत्पादन को बढ़ाएगा। हम चाहते हैं कि वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर ‘मेड इन इंडिया’ लोगो हो। उन्होंने कहा कि करीब दो साल पहले मोबाइल फोन के 5जी हैंडसेट को रोलआउट किया गया। आज वैश्विक स्तर पर 5जी फोन का सबसे बड़ा बाजार बन गया है। ताजा रिपोर्ट से यह साफ हुआ है। हम वैश्विक स्तर पर मोबाइल फोन के बड़े उत्पादक और निर्यातक बनकर उभरे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत का मंत्र है कि दुनिया की हर डिवाइस में इंडियन मेड चिप हो। सेमीकंडक्टर पावरहाउस हब बनने के लिए जो भी जरूरी होगा, भारत वह सब करने वाला है।
सेमीकंडक्टर ढांचे पर कर रहे फोकस
पीएम मोदी ने कहा कि हम सेमीकंडक्टर से जुड़े ढांचे पर भी फोकस कर रहे हैं। यह थ्री डायमेंशनल है। इसमें सुधारवादी सरकार, बढ़ता मैन्यूफैक्चरिंग बेस, तीसरा उभरता बाजार है। सेमीकंडक्टर का एक ऐसा बाजार जो तकनीक की महत्ता को जानता है। थ्रीडी पावर ऐसा बेस जो कहीं भी मिलना मुश्किल है। भारत के लिए चिप का मतलब केवल टेक्नॉलोजी भर नहीं है। यह करोड़ों उम्मीदों को पूरा करने का माध्यम है। आज भारत चिप का एक बड़ा उपभोक्ता है। इसी चिप पर हमने दुनिया का सबसे बेहतरीन डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया है।
करोना महामारी में जब दुनिया के मजबूत बैंकिंग सिस्टम भी चरमरा गए तो भारत की बैंकिंग व्यवस्था ने शानदार काम किया।
भारत के युवाओं की तारीफ
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवा आज कुछ अलग करने की चाहत रखते हैं। जो चल रहा है, उसे वैसे ही चलने दिया जाए, ये बातें पुरानी हो चुकी हैं। आज का युवा भारत इस भावना पर नहीं चलता है। आज भारत का मंत्र है, चिप की संख्या बढ़ाना, भारत में उत्पादन बढ़ाना। हमने सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन में वृद्धि के लिए कदम उठाए हैं। 50 फीसदी सहायता भारत सरकार दे रही है। राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर मदद कर रही हैं। नीतियों के कारण ही कम समय में 1.5 ट्रिलियन से ज्यादा का निवेश हो चुका है। आज कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। सेमीकॉन का आयोजन भी अद्भुत योजना है। हमने प्रोडक्शन के लिए फाइनेंशियल असिस्टेंस भी दी है।
पीएम मोदी ने कहा, यही सही समय
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि मैं सेमीकॉन इंडिया से जुड़े सभी साथियों का विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं। भारत दुनिया का आठवां देश है, जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा ये आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि 21 वीं सदी में दुनिया में जब चिप के क्षेत्र में कहीं मंदी आती है तो आप भारत पर भरोसा कर सकते हैं। यह भारत में आने के लिए सही समय है और आप सही समय पर सही जगह पर हैं।
हमारी ऊर्जा दोनों दिशा में
प्रधानमंत्री ने चिप सेक्टर के उद्यमियों से कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आपका नाता डायोड से जरूर पड़ता है। इसमें ऊर्जा सिर्फ एक दिशा में जाती है लेकिन भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग में खास डायोड है। यहां हमारी ऊर्जा दोनों दिशा में जाती है। आप निवेश करते हैं और वैल्यू पैदा करते हैं। वहीं सरकार आपको स्थायी नीतियां और व्यापार में सुविधा देती है। सेमीकंडक्टर की आपकी इंडस्ट्री इंटीग्रेटेड सर्किट से जुड़ी हुई है और भारत भी आपको इंटीग्रेटेड परिवेश देता है।
सरकार की नीतियों से 1.5 ट्रिलियन रुपये का निवेश आया
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंगलवार 10 सितंबर को अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की पहली बैठक हुई । इस फाउंडेशन से भारत के रिसर्च परिवेश को नई दिशा मिलेगी। भारत ने वन ट्रिलियन रुपये का विशेष रिसर्च फंड बनाया है। मैन्यूफैक्चरिंग इकाई लगाने के लिए 50 फीसदी सहायता भारत सरकार दे रही है।
राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर मदद कर रही हैं। इन्हीं नीतियों के कारण ही कम समय में 1.5 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा के निवेश इस क्षेत्र में हो चुके हैं। आज कई प्रोजेक्ट पाइप लाइन में हैं। सेमीकॉन इंडिया आयोजन के तहत फ्रंट एंड फैब्स, डिस्पले फैब्स, सेमीकंडक्टर पैकेजिंग, कंपाउंड सेमीकंडक्टर, सेंसर और डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। देश में इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने इस दशक के अंत तक देश के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को 500 बिलियन डॉलर का उद्योग बनाने का लक्ष्य रखा है।
पीएम मोदी की नीति अलग: अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम सेमीकंडक्टर के लिए उचित माहौल बनाना चाहते हैं। कार्यक्रम में सभी हितधारकों की उत्साही भागीदारी हमारे प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सफलता को प्रदर्शित करती है। हमारी सरकार ने व्यवस्थित तरीके से इस नीति को संचालित किया है।
कार्यक्रम में भागीदारी इसका संकेत देती है। पीएम मोदी का विजन टेक्नोलॉजी तक पहुंच को समान बनाना है। अब तक की गई सभी पहल, चाहे वह डिजिटल इंडिया मिशन, टेलीकॉम मिशन, सभी ने तकनीक को आम नागरिकों के हाथों में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि देश में सेमीकंडक्टर उद्योग का विकास डिजिटल इंडिया के विजन को और मजबूत करेगा। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पीएम मोदी को ‘मेक इन इंडिया’ का चिह्न भेंट किया।
केंद्रीय मंत्री ने सेमीकॉन इंडिया-2024 में कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए अगले 10 साल में 85 हजार इंजीनियर और तकनीशियनों को तैयार करने का लक्ष्य है। इसके लिए 130 विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सिलेबस तैयार किए गए हैं।
पीएम मोदी ने एक्जीबिशन का लिया जायजा
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स्पो मार्ट में लगी एक्जीबिशन का भी जायजा लिया। एक्जीबिशन के दौरान 26 देशों से आई टीमों के प्रतिनिधि पीएम मोदी को सेमीकंडक्टर के बारे में जानकारी देते दिखाई दिए। पीएम मोदी ने भी उन प्रोडक्ट के बारे में गंभीरता से जानकारी ली। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे।
60 लाख नौकरियां होंगी पैदा
पीएम ने यह भी कहा कि केवल इतना ही नहीं, इससे 60 लाख नौकरियां पैदा होंगी। प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया पहल की सफलता पर भी प्रकाश डाला और कहा कि देश इसके गुणक प्रभाव (मल्टीप्लायर इफेक्ट) को देख रहा है। उन्होंने कहा कि पहले देश मोबाइल फोन का आयात करता था, लेकिन अब यह मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक बन गया है।
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– भारत के युवाओं में आज कुछ अलग करने की चाहत
– ‘करें भरोसा’, भारत पर लगा सकते हैं दांव
– आप भारत में सही समय और सही जगह पर हैं
तकनीक का विकास जरूरी : योगी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। सैमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना नोएडा में ही की है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कंपनियां प्रदेश में स्थापित हैं जो स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं। हम टेक्नोलॉजी को सामान्य लोगों के हितों के लिए उपयोग में लाने की कोशिश कर रहे हैं। तकनीक के विकास से ही समाज को विकास के मार्ग पर लाया जा सकता है। देश की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 55 फीसदी और मोबाइल कॉम्पोनेंट्स का 50 फीसदी उत्पादन उत्तर प्रदेश में हो रहा है।