ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद सीएनएन और एसएसआरएस द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक डिबेट देखने वाले आधे से ज्यादा लोगों का मानना है कि डिबेट में कमला हैरिस की जीत हुई है। सर्वे के मुताबिक 63 फीसदी डिबेट देखने वाले लोगों का मानना है कि कमला हैरिस की जीत हुई है, वहीं महज 37 फीसदी लोगों का मानना है कि डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप की जीत हुई है। सीएनएन के मुताबिक प्रेसिडेंशियल डिबेट से पहले जवाब देने वाले लोगों की राय 50-50 प्रतिशत में बंटी हुई थी। इससे पहले जून में बाइडेन और ट्रंप के बीच हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट में इस सर्वे का आंकड़ा बिल्कुल उलटा था, उस दौरान जहां 67 फीसदी लोगों ने ट्रंप की जीत बताई थी तो वहीं महज 33 फीसदी लोगों का मानना था कि डिबेट में बाइडेन की जीत हुई है।
4 पैरामीटर्स पर होता है जीत-हार का फैसला
दरअसल प्रेसिडेंशियल डिबेट में कौन जीता और कौन हारा, ये तय करने के लिए 4 पैरामीटर्स सेट किए गए हैं-
• पहला पैरामीटर है- डिबेट के बाद न्यूज चैनल और पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय। इसमें डिबेट के दौरान उम्मीदवारों का प्रदर्शन, उनकी बॉडी लैंग्वेज, चेहरे का हाव-भाव, जवाब देने की टाइमिंग और उनके दावों में कितनी सच्चाई है यह देखा जाता है।
• दूसरा पैरामीटर है ओपिनियन पोल्स, प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद न्यूज़ चैनल्स और सर्वे एजेंसियां ओपिनियन पोल कराते हैं और इसके आधार पर नतीजे बताए जाते हैं।
• तीसरा पैरामीटर है वोटिंग इंटेंशन सर्वे। अमेरिका में कुछ सर्वे एजेंसियां वोटिंग इंटेंशन सर्वे कराती हैं यानी क्या प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद लोगों ने किसी उम्मीदवार के लिए वोटिंग करने का अपना फैसला बदला है? इस सर्वे के नतीजे भी प्रेसिडेंशियल डिबेट की जीत हार तय करने में मदद करते हैं।
• चौथा पैरामीटर सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन को भी माना जाता है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म जैसे एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर यूजर्स की प्रतिक्रिया से पता लगाया जाता है कि वह किस कैंडिडेट का समर्थन कर रहे हैं।