ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (एमएमआर) में सबअर्बन रेल नेटवर्क के विस्तार के लिए बनाए जा रहे पनवेल-कर्जत लोकल रेल कॉरिडोर का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के लिए पहला इंड अनलोडिंग रेक परियोजना स्थल पर पहुंचा। अब जल्द ही कर्जत और चौक स्टेशनों के बीच ट्रैक बिछाने का काम शुरू होगा। मुंबई रेल विकास कॉर्पोरेशन (एमआरवीसी) इस प्रोजेक्ट को तैयार कर रही है।
विशेष रेल पैनल्स का उपयोग
इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल किए जा रहे रेल पैनल्स को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) द्वारा तैयार किया गया है। प्रत्येक रेल पैनल की लंबाई 260 मीटर है और इसका वजन 60 किलो प्रति मीटर है। पहले चरण में महोपे और चिखले स्टेशनों के बीच 7.8 किमी लंबे सेक्शन पर इन भारी-भरकम पैनल्स को बिछाया जा रहा है। परियोजना में मुंबई लोकल नेटवर्क की सबसे लंबी सुरंग सहित कई महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग कार्य शामिल हैं।
तैयार हुईं सुरंगें
इस प्रोजेक्ट में कुल 3,100 मीटर लंबाई की तीन सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से सबसे लंबी 2,625 मीटर की वावरली सुरंग बनकर तैयार हो चुकी है। 300 मीटर की किरावली सुरंग और 219 मीटर की नढाल सुरंग पर भी तेजी से काम हो रहा है। इस कॉरिडोर की सबसे खास बात यह है कि सुरंगों के अंदर गिट्टी रहित ट्रैक बिछाया जा रहा है। इसमें न्यू ऑस्टि्रयन टनलिंग विधि (एनएटीएम) का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा, स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम, वेंटिलेशन, पब्लिक रिफ्यूज एरिया और टनल कंट्रोल सिस्टम जैसी सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार की जा रही हैं।
5 आधुनिक स्टेशन
इस 29.6 किमी लंबे लोकल कॉरिडोर में पनवेल, चिखले, महोपे, चौक और कर्जत – ये पांच स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनका काम एडवांस स्टेज पर है।
परियोजना के तहत 47 पुलों का निर्माण किया जाना है, जिनमें से 29 छोटे और 6 बड़े पुल पूरे हो चुके हैं। महोपे और किरावली के बीच 4 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) भी तैयार किए जा चुके हैं।
यह नया लोकल कॉरिडोर हार्बर लाइन के पनवेल और मेन लाइन के कर्जत को जोड़ेगा। यह मध्य रेलवे का पांचवां लोकल कॉरिडोर होगा, जो पनवेल, खालापुर और कर्जत तालुकों से गुजरेगा। परियोजना की कुल लागत ₹2,782 करोड़ है और इसे दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से कर्जत-पनवेल के बीच यात्रा का समय 30 से 35 मिनट तक कम हो जाएगा और मुंबई से कर्जत के बीच एक वैकल्पिक लोकल रूट उपलब्ध होगा।