ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्टि्रयल डेवेलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) ने एक नई योजना तैयार की है जिससे दिल्ली से आगरा जाने वाले लोगों को और आसानी हो जाएगी। इस योजना के तहत जगनपुर-अफजलपुर के पास यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाया जाएगा। अब तक वित्तीय समस्याओं के कारण यह काम विलंबित था।
यीडा से स्वीकृति मिलने के बाद एनएचएआई ने इस परियोजना को पूरा करने के लिए अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है। यमुना प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के अनुसार इंटरचेंज निर्माएा का कार्य साल 2023 में ही प्रारंभ हो गया था और इसे बनाने की जिम्मेदारी एक प्राइवेट ठेकेदार को सौंपी गई थी। इस परियोजना पर 122 करोड़ का खर्च होना था किंतु अकेले 22 करोड़ की लागत सिर्फ मिट्टी में ही लगने के मुद्दे पर काम अटका गया। एनएचएआई की मीटिंग में इसे लेकर सहमति तो बन गई पर इसके लिए शासन से भी स्वीकृति की आवश्यकता थी।
शासन से स्वीकृति मिलने के बाद अब इसके निर्माण के कार्य में तेजी आने की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से करीब 10 किमी की दूरी पर जगनपुर-अफजलपुर में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ा जाएगा। अभी तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का कोई संबंध यमुना एक्सप्रेसवे से नहीं था। इससे आगरा जाने वाले लोगों को 15 से 20 किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ता था। इसकी वजह से काफी जाम भी लगता था। ऐसे में इंटरचेंज का निर्माण हो जाने के बाद ऐसे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। इस इंटरचेंज पर 8 लूप बनाए जाएंगे, जो साढ़े 6 किमी में फैले होंगे। चार लूप चढ़ने और चार ही उतरने के लिए बनाए जाएंगे। यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह को उम्मीद है कि अगले वर्ष तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।