ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में भोले बाबा की नगरी वाराणसी को नया लुक देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अब नई काशी बसाने की परियोजना को धरातल पर उतारने की ओर कदम बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। घाटों-मंदिरों और गलियों के शहर बनारस में परिवर्तन का दौर जल्द ही नजर आने वाला है।
नई काशी योजना के तहत शहर के विस्तार के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट मार्ग पर शहर की आउटर रिंग रोड के किनारे छह नई टाउनशिप (रिहायशी योजना) विकसित करने के साथ ही अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग और व्यापार के लिए वर्ल्ड सिटी, शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना की गई है।
नई काशी में काशी द्वार, वर्ल्ड सिटी, वैदिक सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, वरुणा सिटी और मेडिसिटी बसेगी। इन टाउनशिप को बसाने के लिए रिंग रोड के किनारे के 40 गांवों की 1300 हेक्टेयर जमीन के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। शासन से करीब 18,000 करोड़ रुपये की मांग की गई है। जिन गांवों की जमीन ली जानी है, वहां जमीन बेचने और खरीदने पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पीएम नरेंद्र मोदी के लगातार बनारस का सांसद बनने से यहां विकास को रफ्तार मिली है। इसके बाद से यहां बसने की इच्छा को लेकर देशभर के लोग इन्वेस्टमेंट करना चाह रहे हैं। इसलिए यहां की जमीन की कीमतें तेजी से भाग रही हैं। शहर में जमीन की कमी से बसना मुश्किल हो रहा है।