ब्लिट्ज ब्यूरो
पुणे। डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले यूपीआई की लोकप्रियता देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी लगातार बढ़ रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, इस समय सात देश यूपीआई भुगतान व्यवस्था का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें भूटान, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका, फ्रांस और यूएई शामिल हैं। आने वाले समय में कई अन्य देशों में भी यूपीआई का विस्तार होगा। वित्त मंत्री ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 90वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में कहा, दुनियाभर में रियल टाइम पर होने वाले सभी डिजिटल भुगतानों में 45 फीसदी भारत में होते हैं। देश में शहर से लेकर गांवों और कस्बों तक में यूपीआई का तेजी से इस्तेमाल हो रहा है। यूपीआई लेनदेन की संख्या अगस्त, 2024 में 3 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 14.96 अरब पहुंच गई। इस दौरान 20.61 लाख करोड़ के लेनदेन हुए।
डिजिटल प्रणाली को बनाना होगा मजबूत
सीतारमण ने कहा, प्रौद्योगिकी बैंक परिदृश्य को तेजी से बदल रही है क्योंकि यह सभी ग्राहकों को सुरक्षित और आसानी से संचालित किया जाने वाला डिजिटल बैंकिंग अनुभव देती है। उन्होंने कहा, बैंक ऐसी डिजिटल प्रणाली नहीं रख सकते , जो हैक हो जाए और पूरी प्रणाली व उस पर आधारित भरोसा खतरे में पड़ जाए। इससे निपटने के लिए बैंकों को डिजिटल प्रणाली को मजबूत बनाने पर जोर देना चाहिए।
विकसित भारत पाने में भूमिका निभाएं बैंक
वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के एजेंडे को बढ़ाने में बैंकों को अहम भूमिका निभानी होगी। इससे हम इस सपने को हासिल करने में और तेजी लाएंगे। बैंकों को बुनियादी ढांचा क्षेत्र को सशक्त रफ्तार देने, एमएसएमई को कर्ज मुहैया कराने, बैंकिंग सेवाओं से वंचित आबादी को इसके दायरे में लाने और बीमा पहुंच बढ़ाने में मदद करनी होगी।
– रिकॉर्ड 14.96 अरब यूपीआई लेनदेन हुए अगस्त में