ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था और भारत की तेजी से बढ़ती स्थिति पर अपने विचार कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में साझा किए। पीएम मोदी ने कहा, ‘यह कॉन्क्लेव उस समय हो रहा है जब दुनिया के दो बड़े क्षेत्रों में युद्ध जैसी स्थिति है। ये दोनों क्षेत्र वैश्विक अर्थव्यवस्था, खासकर ऊर्जा सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। ऐसी वैश्विक अनिश्चितता के बीच हम ‘भारतीय युग’ पर चर्चा कर रहे हैं। यह दिखाता है कि आज भारत पर विश्व का भरोसा अलग स्तर पर है।’
प्रधानमंत्री ने भारत के क्रिटिकल टेक्नोलॉजीज जैसे एआई और सेमीकंडक्टर्स पर फोकस की बात की। उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टर मिशन के तहत 1.5 ट्रिलियन रुपये का निवेश हो रहा है। जल्द ही भारत के 5 सेमीकंडक्टर प्लांट्स ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स का निर्यात करना शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक उपलब्धियों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। हम जीडीपी के हिसाब से दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। हम ग्लोबल फिनटेक एडॉप्शन रेट और स्मार्टफोन डेटा खपत में पहले स्थान पर हैं। दुनिया के लगभग आधे रियल-टाइम डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में हो रहे हैं।’
– ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र के साथ बढ़ रहे आगे
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम है। हम दोपहिया और ट्रैक्टर के सबसे बड़े निर्माता हैं। ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र के साथ हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि 60 साल बाद लोगों ने लगातार तीसरी बार एक ही सरकार को चुना है। हमारी तीसरी पारी के पहले तीन महीनों में हमारी प्रतिबद्धता साफ दिखती है।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल हमारी अर्थव्यवस्था ने सभी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। सभी संस्थाओं ने भारत के लिए अपने अनुमान बढ़ाए हैं। सभी कह रहे हैं कि वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारत 7 प्रतिशत से अधिक की दर से वृद्धि करेगा।
ले किन हम भारतीयों को भरोसा है कि हम इससे भी बेहतर करेंगे। कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों का विश्वास ही हमारी ताकत है। हम भारत की भलाई के लिए और अधिक संरचनात्मक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब लोगों का जीवन बदल जाता है, तो वे अपने देश में विश्वास करना शुरू कर देते हैं।
भारत में समावेशी विकास हो रहा है। इसके चलते पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भारत की वृद्धि का लाभ सभी को मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक नेता और वित्तीय विशेषज्ञ भारत के विकास की गति को देख रहे हैं। निवेशक मान रहे हैं कि भारत में निवेश का यह सही समय है। यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि हमारी ओर से पूर्व में किए गए सुधारों का परिणाम है।
पीएम ने कहा कि बीते दशक में हमने बुनियादी ढांचे पर निवेश को अभूतपूर्व स्तर पर बढ़ाया है। भारत के प्रक्रिया सुधार ने सरकार की गतिविधियों का हिस्सा बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हम पीएलआई (प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव) लाए। पीएलआई के कारण 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है।
उन्होंने कहा पीएम इंटर्नशिप स्कीम के तहत पहले दिन ही 111 कंपनियों ने पोर्टल पर रजिस्टर किया है। इस स्कीम के तहत हम एक करोड़ युवाओं को बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप में मदद कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि इस वर्ष के बजट में हमने युवाओं के कौशल विकास और इंटर्नशिप के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है। केवल 10 वर्षों में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स रैंकिंग में 81वें से 39वें स्थान पर पहुंच गया है। आज भारत न सिर्फ शीर्ष पर पहुंचने के लिए प्रयासरत है, बल्कि शीर्ष पर अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए भी काम कर रहा है। हमारे लिए यह कॉन्क्लेव सिर्फ एक डिबेट क्लब नहीं है। हम यहां से मिलने वाले सुझावों को गंभीरता से लेते हैं और नीति निर्माण के दौरान उन्हें लागू करने का प्रयास करते हैं। यह हमारे शासन मॉडल का एक हिस्सा बन जाता है।