ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। भारतीय रेलवे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है। रोजाना देश में रेलवे के जरिए 2.5 करोड़ से भी ज्यादा यात्री सफर करते हैं। यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे की ओर से 13000 से भी ज्यादा यात्री ट्रेनें चलाई जाती हैं। भारत में साल 2024 में जारी की गई एक लिस्ट के मुताबिक 8809 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से कुछ रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जहां रोजाना बहुत सी गाड़ियां रूकती हैं तो वहीं रेलवे स्टेशनों पर कुछ ही गाड़ियां रुकती हैं।
इनमें कई रेलवे स्टेशन बहुत पुराने हैं जहां पर यात्रियों को कम सुविधाएं मिलती हैं तो कई अभी आधुनिक तरीके से विकसित किए गए हैं जहां लोगों को सारी आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के लिए भी रेलवे की ओर से एक और बड़ा फैसला लिया गया है। कानपुर के इन दो पुराने रेलवे स्टेशनों- रावतपुर और कल्याणपुर को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा।
इन दो स्टेशनों से नहीं मिलेगी ट्रेन
कुछ शहर ऐसे होते हैं जहां सिर्फ एक ही रेलवे स्टेशन होता है तो कई शहर ऐसे भी होते हैं जहां एक से अधिक ही नहीं बल्कि 10-15 स्टेशन भी होते हैं। प्रदेश के कानपुर शहर में भी कुल 14 रेलवे स्टेशन हैं। जहां से यात्रियों को सफर करने के लिए ट्रेन मिलती हैं। रेलवे के अधिकारियों और कानपुर जिला प्रशासन की मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि अब कानपुर के लोगों को रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशनों से ट्रेन नहीं मिला करेगी। इन दोनों स्टेशनों को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा।
रेलवे के इस फैसले से इन स्टेशनों से सफर करने वाले यात्रियों को जहां परेशानी का सामना करना पड़ सकता है वहीं शहर के विकास को इस फैसले से गति भी मिलने की बात कही जा रही है।
बनेगा नया रेलवे स्टेशन
रेलवे प्रशासन और कानपुर जिला प्रशासन की ओर से दो रेलवे स्टेशनों को हमेशा के लिए बंद करने के फैसले के बाद जहां कुछ यात्रियों को परेशानी होगी वहीं इस दूसरे फैसले से उन लोगों में खुशी की लहर भी दौड़ जाएगी। रेलवे ने रावतपुर और कल्याणपुर रेलवे स्टेशनों को बंद करने के बाद कानपुर में एक नया रेलवे स्टेशन बनाने का भी निर्णय लिया है। इस स्टेशन का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा जाएगा। यह रेलवे स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।