ब्लिट्ज ब्यूरो
प्रयागराज। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया। सरकार ने 2019 में कुंभ में तैनात रहे अफसरों को तत्काल से बुलाया है, ताकि व्यवस्थाएं और बेहतर की जा सकें। मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। हादसे में 30 से 40 मौतें हो गईं। सरकार की ओर से 30 मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, 60 घायल हुए।
आईएएस आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। 2019 का अर्ध कुंभ गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर करवाया था। भानु तब डीएम और प्राधिकरण के वीसी थे। आशीष गोयल तब के इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेला के प्रभारी थे। पांच और विशेष सचिव रैंक के अधिकारियों को कुंभ भेजा गया है, जिनका अनुभव रहा है। हालांकि पुलिस विभाग में अभी किसी को महाकुंभ जाने को नहीं कहा गया।
महाकुंभ भगदड़ पर भावुक हुए योगी
सरकार ने मौनी अमावस्या पर मेला क्षेत्र में भगदड़ मचने के बाद तमाम एहतियाती कदम उठाए हैं। सीएम योगी ने महाकुंभ भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान वह काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि 30 के आस-पास मौतें हुई हैं। मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदना सभी मृतकों के परिजन के साथ है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की। न्यायिक जांच के आदेश भी दिए।
योगी ने कहा कि घटना की न्यायिक जांच के लिए हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया है।
पहली बार वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम का आर्थिक सम्मेलन
महाकुंभ में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम पहली बार आठ फरवरी को आर्थिक सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। इस सम्मेलन में प्रतिभागी धार्मिक परंपराओं के साक्षी होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और भारत के विकास के लिए चर्चा करेंगे। उनका उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अर्थव्यवस्था-केंद्रित विचार-विमर्श करना है। वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम का मुख्य लक्ष्य महाकुंभ में आर्थिक विचार-विमर्श की प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित करना है।
अमृत और प्रमुख स्नानों पर वीआईपी मूवमेंट होगा प्रतिबंधित
ल खनऊ। महाकुम्भ-2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ-साथ वीआईपी और वीवीआईपी भी त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने आ रहे हैं। अब अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर इस तरह के प्रोटोकॉल पर योगी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। सीएम योगी की मंशा के अनुसार, अमृत स्नान व प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा इसके समीप की तिथियों पर प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। योगी सरकार की ओर से मेले की शुरुआत से पहले ही इसकी घोषणा की गई थी। अब इस फैसले को सख्ती से लागू किए जाने की पहल की गई है। उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला-2025 के प्रारंभ में ही योगी सरकार ने अमृत स्नान व प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा उसके एक दिन पहले व एक दिन बाद की तिथियों पर वीआईपी मूवमेंट रोकने को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था।