ब्लिट्ज ब्यूरो
गुरुग्राम। देश की अग्रणी शिक्षण संस्थाओं में शुमार एसजीटी यूनिवर्सिटी के वार्षिक उत्सव ‘सिनर्जी 2024’ में इनोवेशन, विजन, विज्ञान, एनर्जी व कला-संस्कृति का धमाल शुरू हो गया है। भव्य तैयारियों के साथ सजे मंच पर युवा प्रतिभाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने कौशल का ऐसा प्रदर्शन किया कि विभिन्न स्टालों पर आने वाले विजिटर्स हत्प्रभ रह गए। विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, एआई, मानव संसाधन, कला, वाणिज्य, मास कम्युनिकेशन व अन्य विभागों के स्टालों पर भारी भीड़ उमड़ी। विशाल कैंपस में ऐसा आयोजन शुरू हुआ जिसे बरसों तक भुलाना मुमकिन नहीं।
उत्सव के दौरान बाइक सवारों के लिए सर्वे शील्ड हेलमेट का ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया गया, जिसमें हादसा होते ही हेलमेट में लगा एयर बंग खुल जाएगा और पीड़ित के घर इमरजेंसी कॉल भी चली जाएगी।
सिनर्जी उत्सव में प्रस्तुत सर्वे शील्ड हेलमेट लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा। छात्र पुष्य कुमार, मिताली और रोहित धारीवाल ने बताया कि अक्सर बाइक सवार हादसे का शिकार होते हैं। हादसे में हेलमेट की वजह से सिर तो बच जाता है कि लेकिन गर्दन की हड्डी ज्यादा प्रभावित होती है। हेलमेट में सुरक्षा को देखते हुए बैग लगाया गया है। इसके अलावा इसमें एक डिवाइस लगाई गई जो हादसे के बाद इमरजेंसी कॉल संबंधित व्यक्ति के घर तक पहुंचाएगी।
सिनर्जी कार्यक्रम के पहले दिन छात्रों ने एक से बढ़कर मॉडल प्रस्तुत किए जिसे काफी लोगों ने सराहा। सिनर्जी कार्यक्रम में 300 से अधिक शैक्षिक संस्थानों छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रही है। ‘सिनर्जी 2024’ के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के महानिदेशक के.राजा भानु रहे जबकि विशिष्ठ अतिथि आई इन्फ्यूजन एंड ऑटोमेशन कैंडल के ग्लोबल निदेशक प्रांशुमन राय और टाटा वन एमजी के सीईओ प्रशांत टंडन उपस्थित रहे। इस मौके पर वीसी डॉ मदन मोहन चतुर्वेदी समेत अनेक गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवा, प्राकृतिक संसाधन और स्थिरता, भविष्य की तकनीक व नवाचार और सामाजिक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित है। नवाचार छात्रों ने वास्तविक जीवन की चुनौतियों के विश्लेषण के साथ कई व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किए।
आज दुनिया भारत को नवाचार के केंद्र के रूप में देखती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कथन में हमारे युवाओं की प्रतिभा और आत्मविश्वास की झलक मिलती है। पीएम के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने की भावना के साथ ‘सिनर्जी 2024’ का आयोजन किया गया।
रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी की प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। दर्शकों ने स्वयं अपनी आंखों से देखा कि समस्याओं-बाधाओं-चुनौतियों से हार न मानने की आज के युवा की जिद कैसे उन्हें ‘रोल माडल’ के अवतार में ले आती है।
पिछले साल, ‘सिनर्जी’ में 300 से अधिक स्कूलों के 25,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया था और इस साल के आयोजन में इनकी संख्या कहीं ज्यादा दिखाई दी। ‘सिनर्जी 2024’ रचनात्मकता और नवाचार से भरा हुआ अनूठा अनुभव प्रदान कर रहा है।
ब्रेस्ट फीडिंग मॉडल
‘सिनर्जी 24’ में छात्राओं ने ब्रेस्ट फीडिंग मॉडल भी प्रस्तुत किया। दीक्षा, मानसी और सजना ने बताया कि नवजात को देखभाल करने में महिलाओं को काफी परेशानी होती है। कई बार उन्हें पीठ दर्द की समस्या हो जाती है। दूसरा बच्चे को लेकर काम करने में परेशानी होती है। महिलाओं की इस समस्या को देखते हुए ब्रेस्ट फीडिंग मॉडल बनाया गया है। उनका कहना है कि इस मॉडल का पेटेंट कराने की योजना है।