विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने 11 साल की शानदार और अनोखी सफलताओं से भरी यात्रा पूरी कर ली है। इन 11 सालों के कामों पर हुए एक सर्वे में 59.3 फीसदी लोगों ने कहा कि वो 2029 में भी नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। मोदी सरकार का 11 वर्षों का यह कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित कहा जा रहा है।
मोदी सरकार ने अपने 11 वर्षों के कार्यकाल में भारत को वैश्विक स्तर पर एक आदर्श उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों के कल्याण, कृषि सुधार और महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके साथ ही, युवाओं के लिए डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे महत्वपूर्ण अभियानों की शुरुआत की गई। कोरोना महामारी के दौरान जब वैश्विक स्तर पर महंगाई बढ़ रही थी, तब भारत ने आर्थिक वृद्धि को बनाए रखा और महंगाई को नियंत्रित किया। यह सब प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता और संकल्प का परिणाम है।
59.3 फीसदी लोगों की चाहत- 2029 में भी मोदी हों प्रधानमंत्री
केंद्र सरकार के 11 साल पूर्ण होने के संदर्भ में ही पीएम मोदी ने दिल्ली सरकार और संगठन के लोगों के साथ साढ़े तीन घंटे से ज्यादा समय तक कई मुद्दों पर चर्चा की और संगठनात्मक मजबूती के लिए सरकार को आम लोगों की बेहतरी करने के बारे में दिन रात सोचने और उसके लिए मजबूत कदम उठाए जाने का मंत्र दिया जो भविष्य की सरकारों के कामकाज के लिए मूल मंत्र से कम नहीं है। पीएम ने कहा कि राजधानी दिल्ली को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कोई कोर कसर न छोड़ें। दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री ने सभी विधायकों और सांसदों से इतनी लंबी मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने संगठनात्मक मजबूती के लिए बीजेपी के आम कार्यकर्ताओं की भागीदारी भी सुनिश्चित करने की बात कही। दिल्ली में संगठन की मजबूती के चलते ही बीजेपी को विधानसभा में बड़ी जीत मिली है। दिल्ली सरकार के अभी 100 दिन पूरे हुए हैं। इस बाबत अब तक का अनुभव भी सांसदों और विधायकों से प्रधानमंत्री ने जाना। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत कई विधायकों और संगठन के प्रमुख लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों और विधायकों से हुई अनौपचारिक मुलाकात में अपना भी अनुभव तमाम मुद्दों पर साझा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मूलभूत सुविधाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार हो, इसके लिए सरकार मेहनत करे। राजधानी दिल्ली को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कोई कोर कसर न छोड़ें। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा कि काम ही हमारी पहचान बननी चाहिए। ऑफिस में कम समय बिताएं, जनता के बीच जाएं। यह बैठक राजनीतिक नहीं, बल्कि विजन और भावी कार्ययोजना को लेकर एक सॉफ्ट बातचीत की तरह रही। पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया है कि जो भरोसा दिल्लीवालों ने हम पर जताया है, उस पर पूरी तरह खरा उतरना है।
2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार को बने हुए 11 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
वहीं पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार के तीसरे कार्यकाल का एक वर्ष भी 9 जून को पूरा हो चुका है। इसे ‘नए भारत’ का ‘अमृतकाल’ भी कहा जा रहा है। ऐसे में हमारे लिए यह जानना भी बेहद आवश्यक है कि इन बीते 11 वर्षों में भारत में क्या कुछ बड़े बदलाव हुए हैं और आम जन जीवन में कितना बदलाव आया है। साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि इस अवधि में सरकार द्वारा कौन-कौन से ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं और जनता के लिए कौन-कौन सी ऐतिहासिक योजनाएं शुरू की गईं और देश प्रगति की राह पर कितना आगे बढ़ पाया।
पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा कुल मिलाकर बीते ग्यारह वर्षों में तमाम कल्याणकारी योजनाओं को लान्च और कार्यान्वित किया गया हैं लेकिन उनमें से ये प्रमुख ग्यारह ऐतिहासिक योजनाएं हैं जिनसे करोड़ों परिवारों को पहली बार सबसे जरूरी बुनियादी सुविधाएं मिली हैं।
इसलिए इन्होंने आमजन के जीवन की तस्वीर बदलने का अहम कार्य भी किया। ये आंकड़े गवाह हैं कि सरकार गरीबों के लिए बड़ा सोचती है।
विकसित भारत के 4 स्तम्भ
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के 4 स्तम्भ बताए हैं जिनमें गरीब, युवा, किसान और महिला शामिल हैं। गौर करें तो इन्हीं चार स्तंभों को मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने इन योजनाओं की शुरुआत की।
शासन का नया मॉडल
इन 11 वर्षों में केवल सत्ता का परिवर्तन नहीं हुआ, बल्कि देश के विकास की परिभाषा और दिशा भी बदली है। इस अवधि के दौरान सरकार ने “विकसित भारत का अमृत काल: सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण के 11 साल” शीर्षक से एक दस्तावेज जारी किया।
सूचना प्रसारण और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने शासन का एक नया मॉडल स्थापित किया, जो अब वैश्विक स्तर पर समावेशी विकास का उदाहरण बन गया है।
गरीबों को प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने देश की आत्मा यानी गरीबों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। बिजली, पानी, शौचालय और सैनेटरी पैड जैसी बुनियादी सुविधाएं अब केवल आंकड़े नहीं रह गईं, बल्कि ये सम्मान और आत्मविश्वास का आधार बन गई हैं। यह एक ऐतिहासिक क्षण था जब प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से स्वच्छता का संदेश दिया और जरूरतमंद महिलाओं को सैनेटरी पैड उपलब्ध कराने की बात की।
सेवा में परिवर्तन
81 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण, मुद्रा योजना, 112 आकांक्षी जिलों में विकास, आयुष्मान भारत, स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया जैसे कार्यक्रम उसी नई सोच का हिस्सा हैं, जिसने सिस्टम को सेवा में बदल दिया।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों, महिलाओं की शक्ति, देश की सुरक्षा, विदेश नीति, ‘ऑपरेशन सिंदूर’, आतंकवाद, नक्सलवाद, इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य देखभाल के विकास पर विस्तार से चर्चा की और पिछले 11 वर्षों में सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।