ब्लिट्ज ब्यूरो
आगरा। आगरा जिले के बटेश्वर घाट पर फूल और पूजा सामग्री बेचने वाली 18 वर्षीय 10वीं की छात्रा की बहादुरी की चर्चा हो रही है। लड़की ने यमुना नदी के खतरनाक बहाव में डूब रहे चार युवकों को बचाया। फिरोजाबाद के ये लड़के गणेश विसर्जन के दौरान गहरे पानी में बहने लगे थे। जब लोगों ने शोर मचाया तो राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा मोहिनी गोस्वामी ने बिना किसी हिचकिचाहट के उन्हें बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। बचपन से ही तैराकी में निपुण होने के कारण वह घबराए हुए युवकों तक पहुंच पाई और उन्हें सुरक्षित किनारे पर ले आई।
चारों ओर सराहना
मोहिनी के इस प्रयास की स्थानीय निवासियों और अधिकारियों ने उसकी प्रशंसा की। इसके कारण पास के प्राचीन शिव मंदिर के प्रबंधक अजय भदौरिया और मुख्य पुजारी राकेश वाजपेयी ने प्रशासन से उसे पुरस्कृत करने की सिफारिश की है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के परपोते वाजपेयी ने कहा कि लड़की ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना नदी में छलांग लगाई। चार लोगों को डूबने से बचाया, जबकि अन्य उन्हें डूबते हुए देख रहे थे। हमने स्थानीय अधिकारियों से उसे उचित पुरस्कार देने की अपील की है।
तैराकी क्षमता की सराहना
मोहिनी की तैराकी क्षमता की पुष्टि करते हुए निवासी रमेश सिंह ने कहा कि मोहिनी बचपन से ही तैराकी में बहुत अच्छी रही है। यहां तक कि लड़के भी उसका मुकाबला नहीं कर सकते। वह कई मिनट तक पानी के अंदर तैर सकती है। स्थानीय लोगों के अनुसार, 10 साल पहले बीमारी के कारण मोहिनी के पिता की मृत्यु के बाद से परिवार कठिनाइयों का सामना कर रहा है।
मोहिनी अपने माता-पिता की इकलौती संतान होने के कारण घाट पर फूल और पूजा सामग्री बेचकर अपनी मां अनीता के साथ घर चलाने में मदद कर रही है।
बचपन से तैराकी का शौक
अनीता ने अपनी बेटी के इस साहसिक कार्य के बारे में कहा कि मोहिनी को बचपन से ही तैराकी का शौक रहा है। मैंने उसे हतोत्साहित करने की कोशिश की, लेकिन वह हमेशा इसके लिए समय निकाल ही लेती थी। मुझे नहीं पता था कि एक दिन वह चार लोगों की जान बचाएगी। मुझे उस पर गर्व है। पढ़ाई पूरी करने के बाद पुलिस बल में शामिल होने की इच्छा रखने वाली मोहिनी इस बारे में सच्चाई बयां करती हैं। उसने कहा कि वे डूबने वाले थे, मैं अपने सामने ऐसा नहीं होने दे सकती थी।।