ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत सरकार ने आतंकी हमले पर रिपोर्टिंग के संबंध में बीबीसी के भारत प्रमुख जैकी मार्टिन को अपनी गहरी भावनाओं से अवगत कराया है। साथ ही, सरकार ने बीबीसी को ‘आतंकवादियों’ को ‘उग्रवादी’ अथवा ‘चरमपंथी’ कहने के लिए एक पत्र भी भेज कर चेतावनी दी है और कहा है कि भारत सरकार पहलगाम आतंकी हमले पर बीबीसी की रिपोर्टिंग पर भी बारीकी से नजर रख रही है। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
भारत के सभी मीडिया चैनलों को भी एडवाइजरी जारी
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (आई एंड बी) ने एक एडवाइजरी जारी कर भारत के सभी मीडिया चैनलों को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही की लाइव कवरेज करने से परहेज करने को कहा है।
पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सरकार द्वारा बड़े आतंकवाद-रोधी अभियान चलाने की योजना की खबरों के बीच जारी किए गए इस परामर्श में विशेष रूप से वास्तविक समय की कवरेज, दृश्यों के प्रसार या रक्षा अभियानों या आंदोलन से संबंधित स्रोत-आधारित” सूचनाओं की रिपोर्टिंग के प्रति आगाह किया गया है।
अब मंत्रालय ने कहा, संवेदनशील जानकारी का समय से पहले खुलासा अनजाने में शत्रुतापूर्ण तत्वों की मदद कर सकता है और परिचालन प्रभावशीलता और कर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। मंत्रालय ने कहा कि कारगिल युद्ध, 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों और कंधार अपहरण सहित कुछ घटनाओं के दौरान, अप्रतिबंधित कवरेज के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय हितों पर अनपेक्षित प्रतिकूल परिणाम हुए। मीडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म और व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कानूनी दायित्वों के अलावा, यह सुनिश्चित करना एक साझा नैतिक जिम्मेदारी है कि हमारी सामूहिक कार्रवाई चल रहे अभियानों या हमारे बलों की सुरक्षा से समझौता न करे।