नई दिल्ली। खाने-पीने में इस्तेमाल किया जाने वाला कुकिंग ऑयल कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। एक हालिया स्टडी में पता चला है कि कुकिंग ऑयल में पाया जाने वाला लिनोलिक एसिड ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है। सोयाबीन, सनफ्लॉवर और कॉर्न ऑयल में लिनोलिक एसिड पाया जाता है। लिनोलिक एसिड कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ को तेज कर सकता है।
डर का पर्याय कैंसर शब्द
कैंसर का नाम सुनकर ही लोग डर जाते हैं। दुनियाभर में कैंसर के कारण हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है। कैंसर से बचने के लिए लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल, बैलेंस्ड डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और समय-समय पर स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी जाती है। अब एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि किचन में इस्तेमाल किया जा रहा कुकिंग ऑयल ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क बढ़ा सकता है। इसकी वजह इन तेलों में पाया जाने वाला लिनोलिक एसिड है। यह ब्रेस्ट कैंसर को तेजी से बढ़ा सकता है। इस रिसर्च में कई चौंकाने वाली अन्य बातें भी सामने आई हैं।
‘कन्वर्सेशन’ की रिपोर्ट’
‘द कन्वर्सेशन’ की रिपोर्ट के मुताबिक नई स्टडी में पता चला है कि कॉमन कुकिंग ऑयल्स में लिनोलिक एसिड नामक तत्व होता है, तो ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह ब्रेस्ट कैंसर का सबसे खतरनाक टाइप होता है और इसमें मरीजों के जीवित रहने की संभावना काफी कम होती है। यह रिसर्च न्यूयॉर्क स्थित वेल कॉर्नेल मेडिसिन के वैज्ञानिकों ने की है। रिसर्च में पता चला है कि लिनोलिक एसिड कैंसर कोशिकाओं में एक विशेष प्रोटीन एफएबीपी5 से जुड़ता है। यह जुड़ाव एक ग्रोथ पाथवे को सक्रिय कर देता है, जिससे ट्यूमर की ग्रोथ तेज हो जाती है।
किन ऑयल्स व फूड्स में
लिनोलिक एसिड ज्यादा
वैज्ञानिकों के मुताबिक लिनोलिक एसिड एक ओमेगा-6 फैटी एसिड है, जो मुख्य रूप से सोयाबीन ऑयल, सनफ्लॉवर ऑयल और कॉर्न ऑयल में पाया जाता है। कई अन्य सीड्स ऑयल में भी लिनोलिक एसिड अच्छी मात्रा में होता है। इसके अलावा यह पोर्क मीट, अंडे और अन्य एनिमल प्रोडक्ट में भी होता है। इन चीजों को रोज खाने से शरीर में सूजन बढ़ती है और इससे कैंसल सेल्स के विकास को बढ़ावा मिल सकता है।
रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों की मानें तो कई खाने-पीने की चीजों में लिनोलिक एसिड पाया जाता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। नई स्टडी लिनोलिक एसिड और कैंसर की वृद्धि के बीच एक संभावित संबंध दिखाती है। इसका यह मतलब नहीं है कि खाना पकाने वाले तेल सीधे तौर पर ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनते हैं।
कैंसर के कई रिस्क फैक्टर्स होते हैं, जिनमें जेनेटिक्स, ओवरऑल डाइट, एनवायरनमेंटल एक्सपोजर और फैमिली हिस्ट्री शामिल हैं जो लोग कैंसर की हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।