नई दिल्ली। इन दिनों मौसम का रंग बदला हुआ है। दिन में गर्मी और शाम को ठंड पड़ रही है। इससे जुकाम या फ्लू से संक्रमित होने का खतरा है। जुकाम में लोग लगातार अपनी नाक को साफ करते हैं। हालांकि, ये ध्यान नहीं रखते कि बहुत जोर से नाक साफ करने का असर कान के परदे पर भी पड़ सकता है और नाक से खून भी आ सकता है। डॉक्टरों ने बताया कि अगर नाक साफ करते समय सिर को जोर से झटका देंगे तो कान का परदा फट सकता है।
पतली होती है झिल्ली
जब तापमान गिरता है तो आर्द्रता कम होने से नाक सूख जाती है। इससे नाक की झिल्ली पतली हो जाती है और नसें सतह पर आ जाती हैं। जब आप नाक को साफ करने के लिए दबाव डालते हैं तो नाक से खून आ सकता है।
दबाव पड़ने से खतरा
इंसान का कान यूस्टेशियन ट्यूब के जरिये नाक से जुड़ा होता है। यदि नाक में कोई बड़ी रुकावट है और आप बहुत जोर से साफ करते हैं तो दबाव अधिक उत्पन्न होने से कान के परदे पर असर पड़ सकता है और उसके फटने की आशंका है।
जीवाणु से संक्रमण
नाक और कान के आपस में जुड़े होने से आशंका है कि नाक से बैक्टीरिया कान में जा सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा है। सर्दी में संक्रमण होने का मुख्य कारण कान में वेंटिलेशन की कमी है। सूजन से कान और नाक के बीच का संपर्क बंद हो जाता है।
संक्रमण से बढ़ेगी दिक्कत
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभागाध्यक्ष प्रो. रवि मेहर ने बताया कि संक्रमण के कारण अगर नाक को जोर से साफ करेंगे तो यूस्टेशियन ट्यूब से संक्रमण कान तक पहुंच सकता है। इससे कान में दर्द बढ़ने और कान के परदे में छेद होने का खतरा है। वहीं ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि नाक की सफाई के लिए तेज झटका न दें, बल्कि धीरे साफ करें ताकि कान के परदे पर जोर न पड़े।
सावधानी रखने की जरूरत
नाक में अंगुली न डाले, संक्रमण से नाक की नसें फट सकती हैं, जिससे खून आने का खतरा
नाक साफ करते समय ज्यादा दबाव न डालें
दिक्क त होने पर डॉक्टर की सलाह लें