गुलशन वर्मा
नई दिल्ली। भारत ने लगातार दूसरी और ओवरऑल पांचवीं बार हॉकी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। फाइनल मुकाबले में भारत ने चीन को 1-0 से हरा दिया। मुकाबला चीन के हुलुनबुइर शहर के मोकी हॉकी ट्रेनिंग बेस में खेला गया। इस टूर्नामेंट में भारत अजेय रहा।
मैच का एकमात्र गोल 51वें मिनट में जुगराज सिंह ने किया। चीन की टीम चार क्वार्टर के बाद भी गोल नहीं कर पाई। भारत को 4 जबकि चीन को 5 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दोनों टीमें गोल में तब्दील नहीं कर सकीं। इससे पहले तीसरे प्लेस के लिए हुए मुकाबले में पाकिस्तान ने साउथ कोरिया को 5-2 से हरा दिया।
बराबरी पर रहा पहले क्वार्टर का खेल
भारत और चीन के बीच एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहले क्वार्टर का खेल बराबरी पर रहा। पहले क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने कई मौके बनाए, लेकिन चीन के डिफेंडर और गोलकीपर ने शानदार खेल दिखाते हुए उसे गोल में कन्वर्ट नहीं होने दिया। अभिषेक सिंह ने 8वें मिनट में गोल पर सीधा शॉट मारा। यहां चीन के गोलकीपर ने शानदार बचाव किया।
दूसरे और तीसरे क्वार्टर में भारत और चीन की टीम एक भी गोल नहीं कर पाई। दूसरे क्वार्टर में चीन की टीम ने भारत को कड़ी टक्क र दी। भारतीय टीम को इस क्वार्टर में बहुत मौके मिले, लेकिन वह उसे गोल में नहीं बदल पाई। चीन के डिफेंडरों ने भारतीय अटैक का मजबूती के साथ सामना किया।
इसके बाद तीसरा क्वार्टर भी बिना गोल के रहा। इस क्वार्टर में चीन की टीम ने आक्रामक खेल दिखाया और कुछ मौके उन्होंने जरूर बनाए, लेकिन भारतीय डिफेंडर ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया।
भारतीय हॉकी टीम ने चौथे क्वार्टर में गोल दागकर चीन पर 1-0 की बढ़त बना ली। भारत के लिए यह गोल जुगराज सिंह ने चौथे क्वार्टर के 7वें मिनट में किया। यहां कप्तान हरमनप्रीत ने अभिषेक को पास दिया जिसके बाद डी के अंदर जुगराज ने डिफ्लेक्ट करके गोल किया।
– पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही भारतीय टीम
मैच के 56वें मिनट में चीन ने भारतीय बढ़त को बराबर करने के लिए अपने गोलकीपर को हटा लिया, लेकिन चीनी टीम गोल करने में असफल रही। जुगराज का गोल डिसाइडर साबित हुआ।
भारत सबसे सफल टीम
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 13 साल पहले 2011 में हुई थी। भारतीय हॉकी टीम एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की डिफेंडिंग चैंपियन है। भारत ने पांच और पाकिस्तान ने तीन बार खिताब जीता है। वहीं 2021 में साउथ कोरिया ने टाइटल जीता था।
प्रतिद्वंद्वियों पर किए 26 गोल
भारत इस टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ और अजेय टीम रही । उसने 26 गोल किए और केवल पांच गोल खाए। भारत ने सेमीफाइनल में कोरिया को 4-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। इससे पहले मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को भी 2-1 से पीटा था। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इस टूर्नामेंट में कुल सात गोल किए।