संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। भारत जल्द ही स्मार्टफोन, लैपटॉप, एसी, फ्रिज का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बनने जा रहा है।
इस मुकाम पर आने के बाद भारत का यह बाजार सिर्फ चीन और अमेरिका से पीछे रह जाएगा। अभी जापान तीसरे नंबर पर है। स्मार्टफोन, लैपटॉप, एसी और फ्रिज जैसे प्रोडक्ट कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स हैं। फेस्टिव सीजन के दौरान इनकी बिक्री बढ़ जाती है, जिसकी शुरुआत 6 सितंबर (तीज) से हो चुकी है। चीन का कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट 22.50 लाख करोड़ का और अमेरिकी बाजार 13 लाख करोड़ रुपए का है। भारत में 8.40 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है कारोबार।
विशेष बात यह है कि भारत में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट की रफ्तार सबसे तेज है। मार्केट रिसर्च फर्म काउंटपॉइंट के मुताबिक देश में ये बाजार 10 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ेगा। यह चीन (3.92 प्रतिशत) के मुकाबले ढाई गुना व अमेरिका (3.3 प्रतिशत) से 3 गुना है।
जिसकी जैसी हैसियत वैसा प्रोडक्ट, लोन भी आसान
काउंटर पॉइंट इंडिया के रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक के मुताबिक, ‘बाजार में महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स के सस्ते विकल्प भी उपलब्ध हैं। जिसकी जितनी हैसियत है, वैसा प्रोडक्ट खरीदने के लिए कंज्यूमर लोन भी आसानी से मिल रहे हैं। 70 प्रतिशत डिवाइसेज फाइनेंस हो रही हैं। इसके चलते भारत का कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार तेज रफ्तार देख रहा है।’ रिजर्व बैंक के मुताबिक, इस साल जुलाई में एक वर्ष पहले के मुकाबले 17.8 प्रतिशत ज्यादा पर्सनल लोन लिए गए।
एक लाख से ज्यादा दाम के स्मार्टफोन की बिक्री सबसे ज्यादा बढ़ी
कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 1 लाख रुपए से ज्यादा दाम के स्मार्टफोन की बिक्री 20 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 10 प्रतिशत बढ़ी लेकिन बीती तिमाही स्मार्टफोन का कुल बाजार सिर्फ 3.2 प्रतिशत बढ़ा। रिपोर्ट के मुताबिक त्योहारों के सीजन में 1 लाख रुपए या इससे ज्यादा कीमत वाले स्मार्टफोन की बिक्री 30-40 प्रतिशत बढ़ सकती है।
प्रीमियम स्मार्टफोन
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में सैमसंग इंडिया ने 98,924 करोड़ की कमाई की थी।
चीन के बीबीके ग्रुप की कमाई 81,870 करोड़ और एपल की 49,321 करोड़ रही। भारत में बीबीके ग्रुप के ओपो और वीवो जैसे ब्रांड हैं। वन प्लस और रियलमी ओपो की सब्सिडियरी कंपनियां हैं।