मनोज जैन
नई दिल्ली। भारत की इकॉनमी दुनिया में सबसे तेज गति से दौड़ रही है और वह कई मामलों में चीन पर भारी पड़ता जा रही है। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के बीच भारत ने एमएससीआई ईएम इनवेस्टेबल मार्केट इंडेक्स (आईएमआई) में चीन को पीछे छोड़ दिया है।
इतना ही नहीं, भारत अधिक लोकप्रिय एमर्जिंग मार्केट (ईएम) इंडेक्स में भी ड्रैगन को मात के करीब पहुंच गया है। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए एमएससीआई ईएम आईएमआई में सबसे बड़ा वेटिंग बन गया है। साथ ही भारत ईएम इंडेक्स में चीन को पछाड़ने के बहुत करीब है। एमएससीआई ईएम आईएमआई इंडेक्स 24 उभरते बाजारों में बड़े, मध्यम और छोटे शेयरों को कवर करता है। 3,355 कंस्टीट्यूएंट्स के साथ यह इंडेक्स हर देश में फ्री फ्लोट-एडजस्टेड मार्केट कैप का करीब 99 प्रतिशत कवर करता है।
भारतीय इक्विटी में 4 से 4.5 अरब डॉलर का निवेश संभव
पिछले महीने एमएससीआई ( मोर्गन स्टेनले कैपिटल इंटरनेशनल) सूचकांकों में फेरबदल के बाद एनालिस्ट्स ने अनुमान लगाया था कि भारतीय इक्विटी में लगभग 4 से 4.5 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है। नुवामा ऑल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के अनुसार मौजूदा मोमेंटम को देखते हुए भारत साल के अंत तक एमएससीआई ईएम इंडेक्स में 22 प्रतिशत वेटेज को पार कर सकता है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि बढ़ते वेटेज से देश में विदेशी प्रवाह बढ़ेगा। लेकिन समस्या यह है कि घरेलू बाजार के प्रतिभागी उनसे अधिक बोली लगा रहे हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि इंडेक्स भार में बढ़ोतरी उत्साह का एक स्पष्ट संकेत हो सकता है।
कहां तक जाएगा शेयर मार्केट
भारत को ईएम संदर्भ में शीर्ष पिक और एशिया-प्रशांत संदर्भ में नंबर 2 पिक कहते हुए ब्रोकरेज ने कहा कि फंडामेंटल फैक्टर्स निश्चित रूप से भारत पर लागू होते हैं और ईएम में भारत की नई स्थिति चिंताजनक नहीं है। कई अन्य निवेशकों की तरह मॉर्गन स्टेनली का भी मानना है कि शेयरों में गिरावट से साइडलाइन पर पैसा आ सकता है। इससे इस तरह की गिरावट ज्यादा समय तक नहीं रहेगी। मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने एक नोट में लिखा है कि भारत में शेयर मार्केट अभी पीक पर नहीं पहुंचा है और ईएम इंडेक्स में भारत के वेटेज को शिखर तक पहुंचने के लिए अभी कुछ और दूरी तय करनी पड़ सकती है।
सात फीसदी तक तेजी
इस कैलेंडर साल में एमएससीआई ईएम इंडेक्स में सात फीसदी तक तेजी आई है जबकि निफ्टी ने 15 प्रतिशत रिटर्न दिया है। दूसरी ओर चाइनीज इक्विटीज में 10 फीसदी तेजी आई है। एम एससीआई इंडिया में इस साल अब तक 22 प्रतिशत तेजी आई है और दूसरा कोई ग्लोबल इंडेक्स दूर-दूर तक उसके आसपास भी नहीं है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल ने अक्टूबर 2025 तक निफ्टी के 26,000 अंक तक पहुंचने का अनुमान जताया है।