ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। मेधावी कौशल विश्वविद्यालय (एमएसयू) ने भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) कर्मियों के वार्डों और जीवनसाथियों के लिए शैक्षिक और कौशल विकास के अवसरों को आगे बढ़ाने के लिए आईसीजी और तटरक्षक पत्नी कल्याण संघ (सीजीडब्ल्यूडब्ल्यूए) के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके जरिये आईसीजी के सदस्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा वर्तमान तथा पूर्व आईसीजी सदस्यों के परिवारों को और सशक्त भी बनाया जा सकेगा। इसका लाभ ऐसे सदस्य भी ले सकेंगे जो घायल या विकलांग हैं अथवा जिन्होंने बलिदान दिया है। समझौता ज्ञापन की शर्तों के तहत आईसीजी बिरादरी के लिए एमएसयू अपने कौशल-आधारित डिग्री कार्यक्रमों में अनेक रियायतें और आरक्षित सीटें प्रदान करेगा। विशेष रूप से, एमएसयू इन व्यक्तियों को स्नातक कार्यक्रमों के लिए 100 सीटें और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए 50 सीटें आवंटित करेगा।
इसके अतिरिक्त, ट्यूशन फीस और छात्रावास आवास शुल्क में पर्याप्त कटौती भी दी जाएगी। साथ ही राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर अन्य रियायतें भी उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, एमएसयू विशेष रूप से तैयार किए गए अल्पकालिक कौशल विकास पाठ्यक्रम भी शुरू करेगा, जिसका उद्देश्य सेवा से बाहर जाने वाले तटरक्षक कर्मियों की सहायता करना है। ये पाठ्यक्रम उन्हें भविष्य के रोजगार के लिए तैयार करेंगे और विकास के अवसर पैदा करेंगे। समझौता ज्ञापन पर आईसीजी के उप महानिदेशक (एचआरडी), आईजी ज्योतिंद्र सिंह, सीजीडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष श्रीमती प्रिया परमेश और एमएसयू के सह-संस्थापक और प्रो-कुलपति कुलदीप सरमा ने हस्ताक्षर किए। नई दिल्ली में तटरक्षक मुख्यालय में आयोजित हस्ताक्षर समारोह में डीआईजी नरेंद्र सिंह, टीएम, प्रिंसिपल डायरेक्टर (एडमिन), आईसीजी; कमांडेंट (जेजी) मनीष कुमार, डिप्टी डायरेक्टर (एडमिन), सीजीडब्ल्यूडब्ल्यूए; श्री प्रवेश दुदानी, संस्थापक और चांसलर, एमएसयू; और देवेंद्र के. सैनी, ग्रुप चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर, एमएसयू ने भाग लिया।
इस अवसर पर, एमएसयू के संस्थापक और कुलाधिपति प्रवेश दुदानी ने कहा, “मेधावी कौशल विश्वविद्यालय को इस सार्थक प्रयास में भारतीय तटरक्षक और सीजीडब्ल्यूडब्ल्यूए के साथ साझेदारी करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि यह पहल भारत के रक्षा बलों के परिवारों का समर्थन करने के लिए मेधावी कौशल विश्वविद्यालय की दृढ़ प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
इस समर्पण का प्रदर्शन करते हुए, एमएसयू ने पहले भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना, सशस्त्र सीमा बल, असम राइफल्स और सीआरपीएफ के साथ इसी तरह के समझौते किए हैं जो देश के नायकों और उनके परिवारों की सेवा करने के अपने मिशन की पुष्टि करते हैं।