ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन के बाद से अभी तक किसी नए मुख्य पुजारी को नियुक्त नहीं किया गया है। भविष्य में भी किसी को मुख्य पुजारी के रूप में नियुक्त नहीं किया जाएगा। नए मुख्य पुजारी की नियुक्ति को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी है कि सत्येंद्र दास की उम्र और उनके जितने सम्मान का आज कोई व्यक्ति नहीं है।
चंपत राय ने बताया कि इस बारे में आचार्य सत्येंद्र से छह महीने पहले ही पूछ लिया गया था जिसके बाद ये फैसला लिया गया है कि राम मंदिर में अब कोई मुख्य पुजारी नियुक्त नहीं होगा। उन्होंने कहा, सत्येंद्र दास की आयु, उनके सम्मान का आज कोई नहीं है और न ही कोई ऐसा है जो इतने लंबे समय तक हनुमानगढ़ी का महंत रहा हो।
चंपत राय ने कहा कि आचार्य सत्येंद्र दास साल 1993 से रामलला की सेवा कर रहे थे। उन्हें सिर्फ सौ रुपये महीने का वेतन दिया जाता था। आज जितने भी पुजारी हैं, वो सभी युवा और सबकी आयु एक जैसी है। उनके जितना विद्वान कोई नहीं है। इसलिए अब, किसी को मुख्य पुजारी बनाना उसके लिए अतिशयोक्ति हो जाएगी। इसलिए अब कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा।
बता दें कि राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का इसी साल 12 फरवरी को लखनऊ के एसपीजीआई अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उन्हें जल समाधि दी गई थी। उन्होंने रामजन्मभूमि में बतौर मुख्य पुजारी 34 साल तक सेवा दी। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस के दिन वो रामलला को गोद में लेकर भागे थे, तब से अंतिम सांस तक उन्होंने रामलला की सेवा की।