ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट छह महिलाओं को सौंपा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने इन छह महिलाओं की सशक्त कहानियों को उजागर करके नारी शक्ति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर किया। देश के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी इन महिलाओं का सफर अलग-अलग है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल के माध्यम से देश की जनता को इन्हें देखने का अवसर मिला।
जानते हैं उन महिलाओं के बारे में जिन्होंने महिला दिवस पर एक अहम जिम्मेदारी संभाली। पीएम मोदी के सोशल मीडिया हैंडल की जिम्मेदारी चेन्नई से वैशाली रमेशबाबू, दिल्ली से डॉ. अंजली अग्रवाल, नालंदा से अनीता देवी, भुवनेश्वर से एलिना मिश्रा, राजस्थान से अजयता शाह और सागर से शिल्पी सोनी के हाथों में थी।
अनीता देवी: अनिता देवी की पहचान ‘बिहार की मशरूम लेडी’ के रूप में है। उन्होंने 2016 में माधोपुर किसान उत्पादक कंपनी की स्थापना की। मशरूम की खेती के माध्यम से, उन्होंने न केवल अपना उत्थान किया है, बल्कि सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा किए । इससे महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता और आर्थिक सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
एलिना मिश्रा व शिल्पी सोनी: एलिना मिश्रा और शिल्पी सोनी अत्याधुनिक रिसर्च और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली दो साइंटिस्ट हैं। एलिना मिश्रा भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र , मुंबई में परमाणु वैज्ञानिक हैं। वहीं, शिल्पी सोनी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में स्पेस साइंटिस्ट हैं।
अजयता शाह: फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ अजयता शाह ने 35,000 से अधिक डिजिटल रूप से सक्षम महिला उद्यमियों को सशक्त बनाया है। इसके जरिए उन्होंने ग्रामीण उद्यमिता के परिदृश्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया है। अपनी पहल के माध्यम से वह महिलाओं को आत्मनिर्भर व्यवसाय मालिक और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के अंतिम-मील वितरक बनने में मदद करती हैं।
डॉ. अंजली अग्रवाल:डॉ. अंजली अग्रवाल सामर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक हैं। उन्होंने तीन दशकों से अधिक समय से विकलांग लोगों के लिए सुगम्यता की स्थिति में सुधार करने के लिए विशेष रूप से स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों में समावेशी गतिशीलता और बाधा मुक्त बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने की दिशा में समर्पित प्रयास किए हैं।
वैशाली रमेशबाबू: वैशाली रमेशबाबू शतरंज की प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। वह छह साल की उम्र से ही चेंस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं। वैशाली ने 2023 में शतरंज ग्रैंडमास्टर का प्रतिष्ठित खिताब हासिल किया। उन्होंने अपनी रणनीतिक प्रतिभा और दृढ़ संकल्प से वैश्विक मंच पर देश को गौरवान्वित किया है।