ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इजराइल-ईरान और रूस-यूक्रेन संघर्षों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साइप्रस की धरती से शांति की बात की। साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस से बातचीत के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी ने कहा कि हमने और साइप्रस के राष्ट्रपति ने पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर चिंता जताई। इनका नकारात्मक प्रभाव सिर्फ उन क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है।
हम दोनों का ही मानना है कि यह युद्ध का युग नहीं है। बातचीत के माध्यम से समाधान और स्थिरता बहाल करना मानवता की मांग है।
मई में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है। मोदी और निकोस ने एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के प्रति समर्थन को दोहराया। मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले की साइप्रस की ओर से कड़ी निंदा और आतंकवाद के खिलाफ भारत को दिए गए समर्थन और एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय’ से सम्मानित किया है।