ब्लिट्ज ब्यूरो
इस्तांबुल। रूस और यूक्रेन के बीच इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के बाद दोनों देशों ने 1000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई है। 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद यह युद्धबंदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली होगी। शांति वार्ता के बाद रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेदिंस्की ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मॉस्को और कीव एक-दूसरे को युद्धविराम के लिए विस्तृत प्रस्ताव देने पर सहमत हुए हैं। मेदिंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने राष्ट्राध्यक्षों के बीच बैठक का अनुरोध किया है और रूस इस पर विचार करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि रूस वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है।
दोनों देशों के बीच फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद पहली सीधी बातचीत हुई है। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने किया, जबकि रूसी दल का नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेदिंस्की ने किया। उपस्थित अधिकारी एक यू-आकार की मेज के चारों ओर बैठे थे, जिसमें रूसी और यूक्रेनी एक-दूसरे के आमने-सामने थे।
हालांकि, इस वार्ता में युद्धबंदियों की अदला-बदली के अलावा कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला और दो घंटे से भी कम समय में बातचीत समाप्त हो गई।
यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूस पर यहां जारी शांति वार्ता के दौरान ‘अस्वीकार्य मांगें’ रखने का आरोप लगाया, जिन पर पहले चर्चा नहीं की गई थी। अधिकारी ने कहा कि इन मांगों में यूक्रेन की सेनाओं को उसके नियंत्रण वाले बड़े क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहना भी शामिल है, ताकि पूर्ण संघर्षविराम लागू किया जा सके। तुर्किये के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान में कहा कि बैठक समाप्त हो गयी है।
पुतिन से मिलेंगे ट्रंप
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह जल्द ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सीधी वार्ता करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
पश्चिम एशिया का चार दिवसीय दौरा करने वाले ट्रंप ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम ऐसा करें।’ अमेरिका वापस जाने के लिए एयरफोर्स वन विमान में सवार होने के बाद ट्रंप ने कहा कि वह जल्द ही पुतिन से बात कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा, ‘वह और मैं मिलेंगे तथा मुझे लगता है कि हम इसे सुलझा लेंगे …शायद नहीं भी।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘कम से कम हमें पता तो चल जाएगा। और अगर हम इसे सुलझा नहीं पाते हैं, तो भी कोई बात नहीं।’