ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में केसर की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल देखा जा रहा है। अब केसर का भाव 5 लाख रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा हो गया है। आशंका है कि जिस तरह से भारत और पाकिस्तान में तनाव बढ़ा हुआ है, आने वाले दिनों में यह और भी ज्यादा महंगा हो सकता है। केसर की कीमत बढ़ने की बड़ी वजह अफगानिस्तान से आयात रुक जाना बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे अच्छी क्वालिटी वाले कश्मीरी केसर की कीमत अब 5 लाख रुपये प्रति किलो को भी पार कर गई है। मात्र एक हफ्ते से कुछ ज्यादा वक्त में ही इसकी कीमत 50,000 से 75,000 रुपये तक बढ़ गई है। ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि घाटी में केसर की उपलब्धता कम हो गई है। दरअसल, केंद्र सरकार ने अटारी-वाघा बॉर्डर को व्यापार के लिए बंद कर दिया है। यह फैसला पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया। इस वजह से अफगानिस्तान से केसर का आयात रुक गया है। भारत में केसर की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान ही महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता है। इस वजह से कश्मीरी केसर के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं।
भारत में हर साल लगभग 55 टन केसर की खपत होती है लेकिन कश्मीर के ऊंचे इलाकों जैसे पुलवामा, पंपोर, बडगाम, श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ में सिर्फ 6 से 7 टन केसर ही पैदा होता है। बाकी केसर अफगानिस्तान और ईरान से आयात किया जाता है। अफगानी केसर अपने रंग और खुशबू के लिए विख्यात है। वहीं, ईरानी केसर सस्ता होता है।