ब्लिट्ज ब्यूरो
लंदन। इंग्लैंड में लॉर्ड्स के मैदान पर साउथ अफ्रीका ने इतिहास रचते हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी 2025) का खिताब अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर साउथ अफ्रीका ने 27 साल बाद आईसीसी खिताब अपने नाम किया है, वहीं, ऑस्ट्रेलिया को आखिरकार 15 साल बाद किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। आंकड़ों के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में सबसे सफल टीम मानी जाती है, जिसने अब तक आईसीसी के तहत 10 बड़े खिताब जीते हैं जिसमें 6 वनडे वर्ल्ड कप, 2 चैंपियंस ट्रॉफी, 1 टी20 वर्ल्ड कप और 1 टेस्ट चैंपियनशिप खिताब शामिल हैं।
साउथ अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने ‘चोकर्स’ का दाग आखिरकार हटाकर ‘वर्ल्ड चैंपियन’ का टैग हासिल कर लिया। उसने तीनों फॉर्मेट में 8 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को ‘होम ऑफ क्रिकेट’ द लॉर्ड्स में फाइनल में पांच विकेट से हरा दिया। कप्तान टेम्बा बावुमा, बैटर एडन मार्करम और पेसर कगिसो रबाडा ने ऐतिहासिक जीत की इबारत लिखी।
1991 में 22 साल बैन के बाद क्रिकेट में वापसी करने वाले साउथ अफ्रीका ने इससे पहले तीनों फॉर्मेट के अलग-अलग वर्ल्ड कप में 1 फाइनल और 7 सेमीफाइनल गंवाए थे। डब्ल्यूटीसी से पहले टीम की इकलौती आईसीसी ट्रॉफी 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में आई थी। इस टूर्नामेंट में भी टीम ने 5 सेमीफाइनल गंवा दिए। 27 साल तक लगातार हार के बाद साउथ अफ्रीका को अब जाकर आईसीसी टूर्नामेंट जीतने की खुशी मिली।
एडेन मार्करम की शानदार 136 रनों की पारी और कप्तान तेम्बा बावुमा के साथ तीसरे विकेट के लिए 147 रनों की साझेदारी ने प्रोटियाज को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 212 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 138 रनों पर सिमट गई, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 74 रनों की बढ़त मिली। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी तीसरे दिन 207 रनों पर खत्म हुई, जिससे दक्षिण अफ्रीका को 282 रनों का लक्ष्य मिला।
चौथी पारी में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। रेयान रिकेल्टन केवल छह रन बनाकर मिचेल स्टार्क का शिकार बने, जबकि वियान मुल्डर 27 रन बनाकर पवेलियन लौटे। 70 रनों पर दो विकेट गंवाने के बाद मार्करम और बावुमा ने पारी को संभाला। दोनों ने 250 गेंदों में 147 रनों की साझेदारी की, जो मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट पर 213 रनों से शुरुआत की। बावुमा 66 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने, जबकि ट्रिस्टन स्टब्स आठ रन बनाकर स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हुए। मार्करम ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन 136 रन (207 गेंद, 14 चौके) बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर आउट हो गए। अंत में डेविड बेडिंघम (21) और काइल वेरेने (4) ने नाबाद रहकर टीम को जीत की दहलीज पार कराई। दक्षिण अफ्रीका ने 83.4 ओवर में पांच विकेट पर 285 रन बनाकर खिताब अपने नाम किया। दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा ने मैच में धारदार गेंदबाजी करते हुए नौ विकेट चटकाए। मार्करम को 136 रनों की धमाकेदार पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
दक्षिण अफ्रीका डब्ल्यूटीसी जीतने वाली तीसरी टीम बनी, इससे पहले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने यह खिताब जीता था।
विजेता द. अफ्रीका को मिले ₹31 करोड़
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका को $3.6 मिलियन (लगभग ₹31.05 करोड़) की पुरस्कार राशि भी मिली। उपविजेता ऑस्ट्रेलिया को $2.16 मिलियन (लगभग ₹18.63 करोड़) मिले। तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम भारत को ₹12.42 करोड़ का पुरस्कार मिला। टेबल में सबसे नीचे रहे पाकिस्तानी टीम को 4.14 करोड़ रुपये ही मिले। यह बांग्लादेश और वेस्टइंडीज से भी कम है।