ब्लिट्ज ब्यूरो
भोपाल। भारतीय रेलवे, जिसका एशिया में सबसे बड़ा और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है, अब आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। लोकल ट्रेनों से लेकर हाई-स्पीड वंदे भारत तक, रेलवे का लगातार विकास हो रहा है। इस सफर में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी भी अहम भूमिका निभा रही है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन, जिसे अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में पुराने बुनियादी ढांचों के पुनर्विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट किया गया और इसे भारत का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन बनाया गया। यह स्टेशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत संचालित होता है।
इससे रेलवे की मूल संरचना को और अधिक मजबूत किया गया है, जिससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल रही हैं।
नवंबर 2021 में बदला गया था स्टेशन का नाम
नवंबर 2021 में मध्य प्रदेश सरकार ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया। स्टेशन का कोड भी एचबीजे से बदलकर आरकेएमपी कर दिया गया। हालांकि, रेलवे स्टेशन का स्वामित्व भारतीय रेलवे के पास ही रहता है, लेकिन इसका संचालन प्राइवेट सेक्टर के जिम्मे है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और एक नया अनुभव मिल रहा है।
भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना
इस स्टेशन के रीडेवलपमेंट का कार्य प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म बंसल ग्रुप ने भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (आईआरएसडीसी) के सहयोग से पूरा किया। यह भारतीय रेलवे की एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों को प्राइवेट निवेश की मदद से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। आने वाले समय में नई दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई सीएसटी जैसे स्टेशनों पर भी इसी तरह के रीडेवलपमेंट की योजना बनाई गई है।
मिलती हैं एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को भारत में रेलवे रीडेवलपमेंट का बेंचमार्क माना जा रहा है। यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी शानदार सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें शामिल हैं:
– लार्ज मीटिंग रूम और वेटिंग एरिया
– •मॉडर्न फूड कोर्ट और रिटेल आउटलेट्स
– •सोलर पैनल्स के साथ एनर्जी एफिशिएंट डिजाइन
– •हाईटेक सर्विलांस और सिक्योरिटी सिस्टम