ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के इंडिया गेट स्थित कर्तव्य पथ पर शानदार कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ कर्तव्यपथ पर पहुंचकर तिरंगा फहराया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। इंडोनेशिया के एक मार्चिंग दल और बैंड ने अपने अनुशासन और राष्ट्रीय गौरव का प्रदर्शन भी गणतंत्र दिवस परेड में किया। परेड के दौरान 16 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियों के जरिए भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान इंडियन एयरफोर्स के विमानों का शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिला। देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और एडवांस मिलिट्री क्षमताओं का एक अनूठा प्रदर्शन हुआ, जो देश की ताकत और अखंडता को रीप्रेजेंट करता है।
वायुसेना ने दिखाई ताकत
कर्तव्य पथ पर फ्लाई-पास्ट प्रस्तुत किया, जिसमें 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और 7 हेलीकॉप्टर सहित कुल 40 विमान शामिल थे। जमीनी कारनामों के बाद हवाई करतब दिखाए गए। गर्जना से आकाश को थर्राते और गुंजाते हवाई जहाजों के रोमांचक एवं साहसिक हवाई करतबों की श्रृंखला ने लोगों को अचंभित किया।
विक्टरी फॉरमेशन
तीन अपाचे विमान विक्टरी फार्मेशन में नजर आए। सतलुज फॉरमेशन में 02 डॉर्नियर – 228 एसी और 01 एएन 32 एयरक्राफ्टों ने उड़ान भरी। सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-295, सी-17 ग्लोबमास्टर, पी-8आई, मिग-29 और एसयू-30 सहित अन्य विमान भी आकर्षण का केंद्र रहे।
देश ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन ब्रह्मोस, पिनाक और आकाश सहित कुछ अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया। साथ ही, सेना की युद्ध निगरानी प्रणाली ‘संजय’ और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल ‘प्रलय’ पहली बार परेड में शामिल की गई। टी-90 ‘भीष्म’ टैंक, सारथ (पैदल सेना ले जाने वाला वाहन बीएमपी-2), ‘शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम’ 10 मीटर, नाग मिसाइल सिस्टम, मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम ‘अग्निबाण’ और ‘बजरंग’ (हल्का विशिष्ट वाहन) भी परेड का हिस्सा रहे।
कर्तव्यपथ पर दिखी सांस्कृतिक झलक
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों में सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया गया। केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां भी प्रदर्शित की गईं। झांकियों का मुख्य विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ था। सुबियांतो गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति रहे। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।