ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। अगर आप शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीएसडीएल) ने एक नए यूनिफॉर्म टैरिफ लगाने का एलान किया है। यह नई व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू हो गई। एक और खास बात यह है कि इस नए टैरिफ स्ट्रक्चर में भी कुछ डिस्काउंट लागू रहेंगे। सीएसडीएल ने प्रति डेबिट लेनदेन 3.50 रुपये का यूनिफॉर्म टैरिफ पेश किया है। नया टैरिफ शेयरों से जुड़े सभी डेबिट लेनदेन पर लागू होगा।
हालांकि, सीएसडीएल कुछ छूट देना जारी रखेगा और उसमें महिला डीमैट अकाउंट होल्डर्स (सोलो या फर्स्ट होल्डर्स के रूप में) द्वारा किए गए डेबिट लेनदेन के लिए 0.25 रुपये की छूट और म्यूचुअल फंड, बॉन्ड में लेनदेन के लिए 0.25 रुपये की छूट है।
सीएसडीएल का दायरा
गौरतलब है कि सीएसडीएल भारतीय इक्विटी बाजार में डिपॉजिटरी सर्विसेज मुहैया करवाता है। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में सिक्योरिटीज को रखने और ट्रांसफर करने की सुविधा प्रदान करता है। सीएसडीएल इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड जैसी सिक्योरिटीज को रखने और उनका ट्रेडिंग करने की सुविधा प्रदान करता है।
सीएसडीएल ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि यह घोषणा सेबी के ‘टू टू लेबल’ सर्कुलर के अनुरूप है और इसका उद्देश्य निवेशकों के लिए लेनदेन कॉस्ट को सरल बनाना है। सीएसडीएल जैसी डिपॉजिटरी द्वारा लेनदेन कॉस्ट वह शुल्क है जो डीमैट अकाउंट से शेयर बेचे जाने पर लिया जाता है। सीएसडीएल एशिया की एकमात्र लिस्टेड डिपॉजिटरी सर्विस है, जिसका मार्केट कैप लगभग 31,300 करोड़ रुपये है। पिछले एक साल में इसके शेयर की कीमत 125 प्रतिशत बढ़ चुकी है। बीएसई से लिस्टेड सीएसडीएल के पास 13 करोड़ से अधिक निवेशक हैं।































