ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री (एमटेक) करने की सोच रहे छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने एमटेक स्कॉलरशिप में 50% बढ़ोतरी का प्रस्ताव शिक्षा मंत्रालय को भेजा है। स्टूडेंट्स की एमटेक कोर्सेस में घटती दिलचस्पी को देखते हुए यह प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव मंजूर होता है, तो छात्रों को हर महीने 12,400 रुपये की बजाय 18,600 रुपये की स्कॉलरशिप मिलेगी।
एमटेक में इनरोलमेंट बढ़ाने के लिए पहल
यह कदम इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक कोर्सेस में घटते एडमिशन को देखते हुए उठाया गया है। एआईसीटीई के अनुसार 2018-19 में जहां करीब 1.81 लाख सीटें थीं जबकि 2023-24 में यह घटकर लगभग 1.30 लाख रह गईं। नामांकन भी 66,000 से कम होकर 44,000 के आसपास पहुंच गया है। इससे स्पष्ट है कि स्टूडेंट्स की एमटेक में दिलचस्पी कम हो रही है, जिसे वापस बढ़ाने के लिए यह पहल की गई है।
मार्च में भेजा था मंत्रालय को रिमाइंडर
एआईसीटीई ने पहली बार जून 2024 में शिक्षा मंत्रालय को पत्र भेजा था, जिसमें स्कॉलरशिप बढ़ाने की सिफारिश की गई। इसमें अनुरोध किया था कि पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप राशि को बढ़ाकर न्यूनतम 18,600 रुपये किया जाए, जो कि 50% की प्रस्तावित बढ़ोतरी है। मार्च 2025 में इस प्रस्ताव का एक रिमाइंडर भी मंत्रालय को भेजा गया, जिसमें कहा गया कि स्कॉलरशिप में पिछली बार 2015 में बढ़ोतरी हुई थी, जब इसे 8,000 रुपये से बढ़ाकर 12,400 रुपये किया गया था।
गेट परीक्षा को लेकर ये दिया सुझाव
पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्सेस की स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट्स को गेट परीक्षा पास करनी होती है। ऐसे में एआईसीटीई ने यह भी सुझाव दिया है कि जिन छात्रों का सीजीपीए 8.5 या उससे ज्यादा है, उन्हें भी बिना गेट के स्कॉलरशिप दी जाए – बशर्ते उन्होंने एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों में एडमिशन लिया हो।
18 फरवरी 2015 को मंत्रालय ने एआईसीटीई और आईआईटी समेत एनआईटी और आईआईएसईआर संस्थानों को पत्र लिखकर पीएचडी और एमटेक/एमई कार्यक्रमों के लिए एआईसीटीई अप्रूव्ड और केंद्र द्वारा वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों में स्कॉलरशिप दरों में संशोधन की जानकारी दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय लगभग 50 फीसदी की बढ़ोतरी के आधार पर एआईसीटीई ने इस बार भी इतनी हाइक की रिक्वेस्ट की है।
किसे मिलेगा पीजी स्कॉलरशिप का फायदा
यह स्कॉलरशिप एआईसीटीई अप्रूव्ड पीजी कार्यक्रमों और एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए है। स्कॉलरशिप की संख्या कोर्सेस के लिए एआईसीटीई अप्रूव्ड एडमिशन तक सीमित होगी। दूसरे सोर्सेस से फाइनेंशियल मदद हासिल करने वाले स्टूडेंट्स या स्पॉन्सर्ड कैंडिडेट्स और मैनेजमेंट कोटा के जरिए एडमिशन पाने वाले इस स्कॉलरशिप के लिए एलिजिबल नहीं हैं।
एआईसीटीई का मानना है कि एमटेक में छात्रों की रुचि वापस लाने और उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक जरूरी कदम है। अगर यह प्रस्ताव लागू हो जाता है, तो हजारों स्टूडेंट्स को इसका सीधा फायदा मिलेगा।