ब्लिट्ज ब्यूरो
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलवाद की कमर टूट रही है। यहां एक ही दिन में 11 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। इन नक्सलियों पर सरकार ने 40 लाख रुपए का इनाम रखा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में सात महिला नक्सली भी शामिल हैं।
नारायणपुर पुलिस, आईटीबीपी और सीमा सुरक्षा बल के संयुक्त मिशन से सरेंडर करने वाले नक्सलियों की पहचान सन्नू उर्फ मंगेश (38), संतु उर्फ बदरू वड़दा (35), जनिला उर्फ जलको कोर्राम (36), सुक्क ी मंडावी (25), शांति कोवाची (20), मासे उर्फ क्रांति (20), सरिता उसेण्डी (19), मंगती (25), देवा राम उर्फ कारू वड़दा (21), रतन उर्फ मुकेश पुनेम (21), और कला उर्फ सुखमती (20) के रूप में हुई।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सन्नू और संतु के सर पर 8-8 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। वहीं, जनिला के सिर पर पांच लाख और सुक्क ी, शांति, मासे और सरिता के सिर पर 3-3 लाख रुपए का इनाम था। अधिकारियों ने बताया कि मंगती, देवा और रतन के सिर पर 2-2 लाख जबकि कला के सर पर एक लाख रुपए का इनाम था। ये नक्सली अबूझमाड़ में कई सालों से सक्रिय थे। आत्मसमर्पण करने के बाद उन्होंने कहा कि वे अब विकास का साथ देंगे। छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति, नियद नेल्लानार (आपका अच्छा गांव) के प्रचार-प्रसार के अलावा बड़े कैडर के माओवादियों के आत्ससमर्पण के बाद नक्सली सरेंडर कर रहे हैं।