ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। एमपी के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पर्यटन और निवेश की असीम सम्भावनाएं हैं। काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और ओमकारेश्वर धाम समेत यूपी और एमपी के प्राचीन मंदिरों को जोड़कर पर्यटन सर्किट (पर्यटन कॉरिडोर) बनाने पर विचार किया जा रहा है।
इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक ही विजिट में सभी जगहों पर दर्शन-पूजन तथा भ्रमण करना है। उपमुख्यमंत्री लालपुर-पांडेयपुर में मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम ‘रोड-शो में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एमओयू हुआ है।
इससे न केवल पर्यटन सर्किट के जरिए बाबा विश्वनाथ, बाबा महाकाल और ओंकारेश्वर धाम जुड़ेंगे बल्कि बुद्ध सर्किट के विकास में भी तेजी आएगी जिससे धार्मिक पर्यटन के विस्तार के साथ ही रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। भोपाल, ग्वालियर, माधोगढ़ समेत अन्य शहरों में स्थित नेशनल पार्कों तक हेलीकाप्टर सेवा शुरू की जाएगी। इसी कड़ी में रीवा में 26 और 27 जुलाई को रीजनल समिट का भी आयोजन किया गया है। मध्य प्रदेश के टूरिज्म बोर्ड के एमडी शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पीएम मोदी ने ‘देखो अपना देश नारा दिया है लेकिन इसमें ‘पहले यूपी और मध्य प्रदेश जोड़कर पर्यटन उद्योग को नई दिशा दी जाएगी।



























