ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। एसी लोकल में यात्रा करने लिए मुंबईकर तीन गुना ‘लगान’ दे रहे हैं। देश की पहली नमो भारत रैपिड रेल का बेस किराया स्लैब 1.2 रुपये प्रति किमी है, जबकि मुंबई एसी लोकल का बेस स्लैब 3.5 रुपये प्रति किमी है। इससे पहले भी फर्स्ट क्लास कोच के नाम पर केवल कुशन वाली सीट देकर साधारण टिकट से करीब चार गुना ज्यादा किराया लोगों से लिया जा रहा है। अहमदाबाद से भुज के बीच एयर-कंडीशंड नमो भारत रैपिड रेल ट्रेन, मुंबई की एसी लोकल ट्रेन की तुलना में बेहतर, बड़ी और तेज है, लेकिन इसका किराया मुंबई की एसी लोकल से सस्ता है।
मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट यानी एमयूटीपी के लिए जो ऋण लिया जाता है, उसका सरचार्ज मुंबईकरों से वसूला जाता है। इस सरचार्ज के कारण यदि हम वर्तमान किराया संरचना से तुलना करें तो मुंबई की एसी लोकल का किराया 3.5 रुपये/किमी है। यह नमो भारत रैपिड रेल के बेस स्लैब 1.2 रुपये/किमी से 2.3 रुपये अधिक है। इस सरचार्ज के कारण चर्चगेट से विरार की दूरी 59 किमी के लिए एसी लोकल ट्रेन की सिंगल यात्रा का 115 रुपये और एमएसटी (मासिक पास) के लिए 2,205 रुपये भुगतान करना पड़ता है। वहीं, इतनी ही दूरी के लिए नमो भारत रैपिड रेल का एकल यात्रा किराया 70 रुपये और एमएसटी (मासिक पास) का किराया 1,416 रुपये है। नमो भारत रैपिड रेल ट्रेन का न्यूनतम किराया 30 रुपये (जीएसटी सहित) है। साप्ताहिक, पखवाड़े और मासिक सीजन टिकट को नमो भारत रैपिड रेल की 7, 15 और 20 सिंगल यात्राओं के बराबर चार्ज किया जाएगा।
सुविधाओं में लोकल से कई गुना बेहतर
देश की पहली 12-कोच वाली यह ट्रेन मूल रूप से लोकल ट्रेनों का विस्तार है। इसमें दोनों तरफ महिलाओं के डिब्बे और नियमित सीटिंग व्यवस्था है। इसे 300-350 किमी की दूरी पर शहरों को जोड़ने वाले इंटरसिटी मार्गों पर चलाने का प्रस्ताव है और इसमें शौचालय की सुविधाएं भी हैं। यह ट्रेन मौजूदा मेनलाइन ईएमयू ट्रेनों का एडवांस वर्जन है। मुंबई एसी ईएमयू ट्रेन को 2017 में क्रिसमस के दिन पहली बार चलाया गया था। नमो भारत रैपिड रेल में बेहतर राइडिंग एक्सेलेरेशन, चार्जिंग सुविधाएं, एलईडी लाइटिंग, सीसीटीवी, स्वचालित धुआं/आग का पता लगाने की प्रणाली, अलार्म सिस्टम वैक्यूम निकासी वाले शौचालय शामिल हैं।
सेंट्रल रेलवे को मिलेगी नमो भारत रैपिड
रेलसूत्रों के अनुसार, जल्द ही एक नमो भारत रैपिड रेल सेंट्रल रेलवे को मिल सकती है। इसे वसई-दीवा, पनवेल-दहानु/वसई या मुंबई-नासिक या मुंबई-पुणे जैसे किसी भी इंटरसिटी रूट पर चलाया जा सकता है। अभी रूट तय किया जाना बाक़ी है। एसी ईएमयू ट्रेन का किराया तब तय किया गया था, जब इसे पहली बार 25 दिसंबर 2017 को पश्चिम रेलवे पर पेश किया गया था। बाद में एसी लोकल ट्रेनों पर सवारियों को बढ़ाने के लिए एकल यात्रा का किराया 50 प्रतिशत कम किया गया, लेकिन यह वंदे मेट्रो की तुलना में अभी भी अधिक बना हुआ है।