ब्लिट्ज ब्यूरो
पोर्ट लुइस। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने दो दिवसीय माॅरीशस दौरे के दौरान बिहार और बिहारियों की खासियतों की खूब चर्चा की। पोर्ट लुईस में भारतीय समुदाय से मुखातिब प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी से करते हुए कहा, ‘नमस्ते..आप लोग ठीक हव जा ना? आज हमके मॉरीशस के धरती पर आप लोगन के बीच आके बहुत खुसी होत बातै। हम आप सब के प्रणाम करत हई’।
पीएम ने कहा-‘पूर्वांचल (वाराणसी) के सांसद के नाते हम जानी कि बिहार के सामर्थ्य केतना बा। एक समय रहे, जब बिहार दुनिया के समृद्धि के केन्द्र रहल। अब हम मिलके फिर से बिहार के गौरव वापस लाबे के काम करत हईं जा’। प्रधानमंत्री ने फाग भी गाया-‘राम के हाथे ढोलक सोहे, लक्ष्मण हाथ मंजीरा, भरत के हाथ कनक पिचकारी, शत्रुघ्न हाथ अबीरा ….जोगीरा‘! उन्होंने कहा कि बिहार का मखाना आज भारत में बहुत चर्चा में है। वो दिन दूर नहीं जब मखाना दुनिया भर में स्नैक्स मेनू का हिस्सा होगा। हमको भी यह बहुत पसंद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वीप राष्ट्र को भारत के परिवार का हिस्सा बताया। पोर्ट लुइस में एक सामुदायिक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत और ग्लोबल साउथ के बीच मॉरीशस एक पुल है। उन्होंने मॉरीशस को ‘मिनी इंडिया’ बताया। इस कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम, उनकी पत्नी और कैबिनेट मंत्री भी शामिल हुए।
कार्यक्रम में मोदी ने कहा, मॉरीशस केवल एक साझेदार देश नहीं है बल्कि हमारे लिए मॉरीशस एक परिवार है। यह रिश्ता इतिहास, विरासत और मानवीय भावना में गहरा और मजबूती से निहित है। उन्होंने कहा, 2015 में प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में भारत के सागर विजन की घोषणा की थी। आज भी मॉरीशस इस विजन के केंद्र में है।
मोदी का बिहार की परंपरा और
लोकगीत से स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर कहा, मॉरीशस में भारतीय समुदाय के गर्मजोशी भरे स्वागत से अभिभूत हूं। भारतीय विरासत, संस्कृति और मूल्यों से उनका गहरा जुड़ाव वाकई प्रेरणादायक है। स्वागत में सबसे खास बात थी गीत-गवई प्रस्तुति में दिखाई देने वाला गहरा सांस्कृतिक जुड़ाव। यह सराहनीय है कि कैसे महान भोजपुरी भाषा मॉरीशस की संस्कृति में फली-फूली है। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को पारंपरिक गीत का आनंद लेते देखा गया।