ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। डाक टिकट संग्रह ‘फिलैटली’ का शौक अब बच्चों को स्कॉलरशिप भी दिलाएगा। इसके लिए डाक विभाग ने दीन दयाल स्पर्श योजना शुरू की है। छात्रवृत्ति कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों को मिलेगी। योजना का लाभ परिषदीय स्कूलों के बच्चों को भी मिलेगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
डाक टिकट संग्रह को प्रोत्साहित करने और उसे शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई दीन दयाल स्पर्श योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपये की छात्रवृत्ति तिमाही आधार पर दी जाएगी। योजना के लिए मान्यता प्राप्त स्कूल का छात्र होना ही अर्हता है। मगर संबंधित स्कूल का ‘फिलैटली’ क्लब होना चाहिए। साथ ही छात्र-छात्रा को क्लब का सदस्य होना चाहिए। स्कूल में ‘फिलैटली’ क्लब नहीं है तो जिन स्टूडेंट्स का अपना ‘फिलैटली’ जमा खाता है, वे भी योजना में शामिल हो सकते हैं।
‘फिलैटली’ डिपोजिट खाता डाकघर में न्यूनतम 200 रुपये से खोला जा सकता है। हर डाक परिमंडल कक्षा 6, 7, 8 और 9 के 10-10 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देगा। अंतिम परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक या उसके समकक्ष ग्रेड प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को ही स्कॉलरशिप मिलेगी। एससी, एसटी स्टूडेंट्स के लिए 5 प्रतिशत की छूट है।
लिखित क्विज 30 सितंबर को
योजना के तहत पहले मंडलीय स्तर पर लिखित क्विज 30 सितंबर को होगी। इसमें 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। क्विज में सफल स्टूडेंट्स को नवंबर के पहले सप्ताह तक 16 डाक टिकटों के साथ अधिकतम 500 शब्दों का एक ‘फिलैटली’ प्रोजेक्ट जमा करना होगा। डाक टिकट संग्रह और ‘फिलेटली’ प्रोजेक्ट के आधार पर परिमंडल स्तर पर डाक अधिकारी और ‘फिलैटलीविदों’ की समिति 30 नवंबर को अंतिम रिजल्ट घोषित करेगी। चयनित स्टूडेंट्स को पोस्ट ऑफिस या इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में अपने अभिभावकों के साथ एक जॉइंट अकाउंट खुलवाना होगा। इसके बाद उन्हें हर माह छात्रवृत्ति मिलेगी।
क्या है फिलैटेली क्लब
डाक टिकटों के संग्रह और अध्ययन में रुचि रखने वालों के समूह को फिलैटली क्लब कहते हैं। डाक टिकटों से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए स्थानीय डाक अधिकारियों और भारतीय डाक विभाग के जनरल पोस्ट ऑफिस के साथ क्लब का समन्वय होता है। फिलैटली क्लब के जरिये डाक टिकटों से जुड़ी गतिविधियां होती रहती हैं।
गाजियाबाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने कहा कि दीन दयाल स्पर्श योजना को लेकर विभाग ने जो निर्देश दिए हैं, उनका पालन होगा। प्रयास रहेगा कि जनपद से अधिक से अधिक बच्चे योजना में भाग लें ताकि उन्हें हर माह छात्रवृत्ति मिले।